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आजाद भारत के पहले मतदाता श्याम सरन नेगी का निधन

देश के पहले मतदाता श्याम सरन नेगी ने शनिवार को सुबह अपने घर पर अंतिम सांस ली l वह काफी समय से अस्वस्थ चल रहे थे। बुधवार को उन्‍होंने अपने घर से ही मतदान किया। हालांकि इससे पहले हर बार वोट डालने के लिए पोलिंग बूथ पर जाते थे l

शिमला: आज़द भारत के पहले मतदाता श्याम सरन नेगी का शनिवार तड़के 106 वर्ष की आयु में निधन हो गया। श्याम शरण नेगी हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के रहने वाले थे और हाल ही में हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए उन्होंने डाक मत के जरिए अपने मत का प्रयोग किया था। गौरतलब है कि 12 नवंबर को हिमाचल प्रदेश की सभी 68 सीटों पर विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होने वाली है, उससे पहले ही श्याम सरन नेगी का निधन हो गया। कन्नौर जिला प्रशासन ने जानकारी दी है कि 106 वर्षीय श्याम सरन नेगी काफी समय से अस्वस्थ थे। किन्नौर के जिला कलेक्टर आबिद हुसैन ने कहा है कि जिला प्रशासन उनके अंतिम संस्कार की व्यवस्था कर रहा है और उन्हें सम्मान पूर्वक अंतिम विदाई देने की तैयारी की जा रही है।

स्वतंत्र भारत के पहले वोटर के रूप में पहचाने जाने वाले श्याम सरन नेगी के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी दुख जताया है। गौरतलब है कि श्याम सरन नेगी को चुनाव आयोग ने भी मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए ब्रांड एम्बेसेडर बनाया था। आपको बता दें कि श्याम सरन नेगी प्रधानमंत्री मोदी के समर्थक थे और बीते विधानसभा चुनाव में एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की काफी तारीफ भी की थी।

25 अक्टूबर 1951 को डाला था देश के पहले मतदाता ने वोट

जुलाई 1917 को कल्पा में जन्में श्याम सरन नेगी देश के प्रथम मतदाता थे। इन्होंने 1951 के पहला वोट आजाद भारत में डाला था। बुधवार को पहली बार इन्होंने अपने घर से अपने मत प्रयोग किया था। 106 साल की आयु में श्याम सरन नेगी आज तक हर लोकसभा व विधानसभा के चुनावों में पोलिंग बूथ में जाकर वोट डालते रहे थे। इस बार भी उनकी यहीं तैयारी थी, लेकिन स्वास्थ्य साथ न होने के कारण उन्होंने घर से वोट डालने का फैसला लिया है।


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