भिलाई: सीआईएसएफ ने क्षेत्रीय प्रशिक्षण केन्द्र, भिलाई (छत्तीसगढ़) में एक शानदार समारोह के साथ अपना 55वां स्थापना दिवस मनाया। सीआईएसएफ के इतिहास में यह पहली बार है कि स्थापना दिवस परेड का आयोजन छत्तीसगढ़ में किया गया। इस अवसर पर गृह राज्य मंत्री, भारत सरकार, नित्यानंद राय मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। गृह राज्य मंत्री ने परेड की सलामी ली और परेड का निरीक्षण किया।
इस ऐतिहासिक अवसर पर सचिव, उपभोक्ता मामले विभाग, ‘भारत सरकार, छत्तीसगढ़ राज्य पुलिस के डीजीपी, सीएपीएफ और राज्य पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों सहित सम्मानित अतिथि उपस्थित थे। क्षेत्रीय प्रशिक्षण केन्द्र, भिलाई पहुंचने पर, माननीय गृह राज्य मंत्री ने सर्वप्रथम बलिदानी स्मारक पर पहुंच कर शूरवीरों को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्य कार्यस्थल पर पहुंचने पर परेड स्थल पर सीआईएसएफ की महानिदेशक नीना सिंह मुख्य अतिथि को मंच तक ले गईं। 406 बल सदस्यों से सुस्सजित परेड ने मुख्य अतिथि को जनरल सैल्यूट देकर सम्मानित किया। मुख्य अतिथि के परेड के निरीक्षण करने के पश्चात मनमोहक मार्च पास्ट द्वारा सीआईएसएफ के बल सदस्यों ने दक्षता और समर्पण का प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर नीना सिंह, महानिदेशक सीआईएसएफ ने मुख्य अतिथि का कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आभार व्यक्त किया तथा वहां मौजूद अन्य गणमान्य व्यक्तियों को भी धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने अपने संबोधन में 55 वर्षों की अपनी उल्लेखनीय यात्रा में सीआईएसएफ द्वारा हासिल किए गए महत्वपूर्ण उपलब्धियों जिनमें महर्षि वाल्मिकी अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, अयोध्या धाम और जम्मू तथा श्रीनगर की कारागृहों पर सीआईएसएफ की तैनाती भी शामिल है आदि पर प्रकाश डाला। उन्होंने भारत सरकार और हर देशवासी को आश्वासन देते हुए कहा कि CISF का प्रत्येक बल सदस्य अपनी जिम्मेदारी को पूर्ण निष्ठा, ईमानदारी और समर्पण की भावना से निभाने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा संकल्प और हमारी मेहनत यह सुनिश्चित करेगा कि देश की अर्थव्यवस्था के विकास को गति देने वाले सभी महत्वपूर्ण व संवेदनशील प्रतिष्ठान हर खतरे से पूर्णतः सुरक्षित हैं ताकि देश की अर्थव्यवस्था सदैव विकास की ओर अग्रसर रहे।
इस अवसर पर, गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने वार्षिक इन-हाउस प्रकाशन “सेंटिनल-2024” और सीआईएसएफ “कॉफी टेबल बुक” का विमोचन किया। अपने संबोधन में, मुख्य अतिथि ने परेड कमांडर और परेड में शामिल सभी प्रतिभागियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा को बनाए रखने में सीआईएसएफ द्वारा निभाई जा रही महत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित किया। उन्होंने हवाई अड्डों, दिल्ली मेट्रो, बंदरगाहों और विभिन्न औद्योगिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बनाए रखने में सीआईएसएफ की अनुकरणीय सेवाओं पर प्रकाश डालते हुए, महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में बल के योगदान और बल सदस्यों के समर्पण और प्रतिबद्धता की सराहना की।
मुख्य अतिथि ने कहा कि पुलिस प्रौद्योगिकी मिशन के तहत भारत सरकार पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों को उन्नत उपकरणों और प्रौद्योगिकी से लैस करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सीआईएसएफ को आवश्यक उपकरणों और क्षमताओं से लैस करने के लिए लगातार समर्थन और संसाधन उपलब्ध कराने की गृह मंत्रालय की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। यह व्यापक प्रतिबद्धता, देश के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे और नागरिकों की समग्र भलाई की सुरक्षा में सीआईएसएफ की भूमिका को दर्शाती है। मुख्य अतिथि महोदय ने बल में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका के मद्देनजर, महिला सशक्तीकरण की दिशा में अटूट प्रतिबद्धता के लिए सीआईएसएफ की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने सीआईएसएफ की बल संख्या 20,000 बढ़ा कर 2 लाख कर दी है जिसमें एक समर्पित महिला बटालियन भी शामिल है।
इस अवसर पर अलंकरण समारोह भी आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि ने सीआईएसएफ के 11 अधिकारियों और बल सदस्यों को विशिष्ट सेवा के लिए रष्ट्रपति पुलिस पदक और अग्निशमन सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से अलंकृत किया।