मेडिकल कॉलेज मेरठ में नेफ्रोलॉजी कार्यशाला: गुर्दे की बीमारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना
मेरठ: मेडिकल कॉलेज मेरठ के मेडिसिन विभाग में शुक्रवार को नेफ्रोलॉजी से संबंधित एक कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला का उद्देश्य गुर्दे की बीमारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और लोगों को इन बीमारियों से बचाव के उपायों के बारे में शिक्षित करना था।
कार्यशाला का शुभारंभ मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. आरसी गुप्ता ने किया। उन्होंने कहा कि गुर्दे की बीमारियां आजकल बहुत आम हो गई हैं। इन बीमारियों से बचाव के लिए लोगों को जागरूक होना बहुत जरूरी है।
कार्यशाला में दिल्ली से आए नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. मोहित मिश्रा ने गुर्दे की बीमारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गुर्दे शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण अंग हैं। ये शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने का काम करते हैं। जब गुर्दे ठीक से काम नहीं करते हैं, तो यह कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
डॉ. मिश्रा ने गुर्दे की बीमारियों के लक्षणों, कारणों और उपचार के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गुर्दे की बीमारियों के शुरुआती लक्षणों में थकान, कमजोरी, सूजन और भूख न लगना शामिल हैं। यदि इन लक्षणों को नजरअंदाज किया जाए, तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
कार्यशाला में मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. आभा गुप्ता, प्रोफेसर मेडिसिन डॉ. अरविंद कुमार, डॉ. संध्या गौतम, डॉ. श्वेता शर्मा, डॉ. स्नेह लता वर्मा, डॉ. रचना चौधरी, डॉ. रचना सेमवाल, डॉ. पंकज कुमार और मेडिसिन विभाग के रेजिडेंट डॉक्टर्स ने भी भाग लिया।
कार्यशाला के अंत में मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. आरसी गुप्ता ने मेडिसिन विभाग को कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए बधाई दी।