तीन दोस्तों ने मिलकर रची हत्या की साजिश, हरिद्वार घूमने के बहाने बुलाया और फिर…

नेहरू नगर मर्डर स्पॉट
गाजियाबाद: गाजियाबाद में टाइल्स व्यापारी की सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। मंगलवार सुबह उसका शव सड़क किनारे पड़ा मिला। तीनों दोस्त हरिद्वार घूमने के बहाने उसको घर से बुलाकर ले गए, फिर ये वारदात कर दी। हत्याकांड के एक आरोपी ने कोर्ट में पुराने मामले में सरेंडर कर दिया, जबकि दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। खुलासा हुआ है कि मुख्य हत्यारोपी से व्यापारी का रुपयों के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था। उसी विवाद में इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है।
सड़क किनारे मिली लाश, हाथ में था तमंचा
सिहानी गेट थाना क्षेत्र के नेहरू नगर में मंगलवार सुबह सड़क किनारे एक युवक की लाश पड़ी मिली। मृतक के हाथ में तमंचा था। शुरुआत में पुलिस ने इसे सुसाइड केस माना। जेब में मोबाइल पड़ा मिला। हाथ पर ऋषभ नाम गुदा हुआ था। मृतक की पहचान ऋषभ निवासी पंचवटी के रूप में हुई। पूछताछ में परिजनों ने पुलिस को बताया- मंगलवार को साप्ताहिक अवकाश के चलते दुकान बंद रहती है। सोमवार रात को ऋषभ दुकान बंद करके टहलने के लिए बाहर गए थे। उन्होंने पत्नी को फोन करके ये बताया था कि वो अपने तीन दोस्तों के साथ कहीं घूमने के लिए जा रहे हैं।

हरिद्वार को निकले, मेरठ से वापस मोड़ी गाड़ी
परिजनों से पूछताछ में जिन तीन दोस्तों के नाम सामने आए, उसमें से एक मुकुल गोयल को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। मुकुल गोयल से पूछताछ हुई तो उसने सारा घटनाक्रम पुलिस को बताया। मुकुल के अनुसार- कार को ऋषभ गुप्ता चला रहा था। उसके बराबर में अनुज शर्मा बैठा हुआ था। जबकि पीछे मुकुल गोयल और पुलकित गोयल बैठे हुए थे। तय हुआ कि चारों घूमने के लिए हरिद्वार जा रहे हैं। मेरठ के परतापुर पहुंचने पर चारों का मन बदल गया और उन्होंने कार वापस गाजियाबाद की तरफ मोड़ दी। गाजियाबाद में रास्ते में अनुज शर्मा ने अपने घर के बाहर गाड़ी रुकवाई। वो 10 मिनट के लिए घर के अंदर गया और वापस आकर बैठ गया।
नेहरूनगर में फिर से ये गाड़ी रोकी गई। जैसे ही ऋषभ गुप्ता गाड़ी से नीचे उतरा तो अनुज शर्मा ने तमंचे से उसके सिर में गोली मार दी। मौके पर ही ऋषभ की मौत हो गई। इसके बाद अनुज ने वो तमंचा ऋषभ के हाथ में रख दिया, जिससे ये सुसाइड केस लगे। यहां से सभी आरोपी अपने-अपने घरों को चले गए।
हत्यारोपी का व्यापारी से था पुराना विवाद
डीसीपी राजेश कुमार ने बताया- अनुज शर्मा और ऋषभ गुप्ता पूर्व में बिजनेस पार्टनर थे। बिजनेस में घाटा हो जाने पर दोनों में रुपयों को लेकर विवाद हो गया था। उसी विवाद में अनुज ने ये वारदात की है। अनुज शर्मा के खिलाफ पूर्व में आर्म्स एक्ट का एक मुकदमा दर्ज था। इस मुकदमे में अनुज ने कोर्ट में मंगलवार को सरेंडर कर दिया है। जबकि शेष दो आरोपियों मुकुल गोयल व पुलकित गोयल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वारदात में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद हो चुका है।


