हीमोफीलिया जागृति सम्मेलन: मरीजों को मिली बीमारी से लड़ने की जानकारी
मेरठ, 1 मार्च 2024: आज आईएमए भवन में हीमोफीलिया जागृति सम्मेलन सुचारु रूप से सम्पन्न हुआ। सम्मेलन की शुरुआत नोडल अधिकारी डॉ. योगिता सिंह, प्रोफेसर, मेडिसिन विभाग, एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज ने दीप प्रज्वलन के द्वारा की।
इस सम्मेलन में हीमोफीलिया से पीड़ित मरीजों को हीमोफीलिया जैसी गंभीर बीमारी और उससे कैसे लड़ा जाए के संबंध में संपूर्ण जानकारी दी गयी। कार्यक्रम में नोडल अधिकारी डॉ. योगिता सिंह, प्रोफेसर, मेडिसिन विभाग, एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज, डॉ. नवरतन गुप्ता, प्रोफेसर, बाल रोग विभाग, एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज, और एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज की पूरी हीमोफीलिया की टीम ने भाग लिया और मरीजों की समस्याओं को सुलझाने की भरपूर कोशिश की और भविष्य में भी उनकी सहायता का आश्वासन दिया।
प्रधानाचार्य डॉ० आरसी गुप्ता ने सम्मेलन में शामिल हुए मेडिकल कॉलेज के सभी शिक्षकों एवं स्टाफ को बधाई दी।
सम्मेलन में मुख्य बातें:
- हीमोफीलिया क्या है और इसके लक्षण क्या हैं?
- हीमोफीलिया का इलाज कैसे किया जाता है?
- हीमोफीलिया से पीड़ित मरीजों को किन सावधानियों का पालन करना चाहिए?
- हीमोफीलिया से पीड़ित मरीजों के लिए उपलब्ध सरकारी योजनाएं
सम्मेलन का महत्व:
यह सम्मेलन हीमोफीलिया से पीड़ित मरीजों और उनके परिवारों के लिए बहुत महत्वपूर्ण था। इस सम्मेलन से मरीजों को बीमारी के बारे में जानकारी मिली और उन्हें बीमारी से लड़ने की प्रेरणा भी मिली।
यह सम्मेलन हीमोफीलिया से पीड़ित मरीजों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था।
यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं जो हीमोफीलिया से पीड़ित मरीजों को बीमारी से लड़ने में मदद कर सकते हैं:
- अपने डॉक्टर से नियमित रूप से संपर्क में रहें।
- अपने डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाओं का नियमित रूप से सेवन करें।
- चोट लगने से बचें।
- नियमित रूप से व्यायाम करें।
- स्वस्थ आहार लें।
अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए सतर्क रहें।