खरखौदा पुलिस द्वारा गैंगस्टर एक्ट में वांछित 25 हजार रूपये के इनामी बसपा सरकार के पूर्व मंत्री याकूब कुरेशी व उसके पुत्र को गिरफ्तार
मेरठ: अल फहीम मीटेक्स प्राइवेट लिमिटेड में मीट पैकेजिंग एवं प्रोसेसिंग का अवैध कारोबार किया जा रहा था। जिसका कोई लाइसेंस अभियुक्त के पास नही था। मुकदमे में उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी और उनके बेटे इमरान कुरैशी फरार चल रहे थे। 9 महीने से फरार कुरैशी पिता-पुत्र को मेरठ पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि यह दोनों दिल्ली के चांदनी चौक में अपने रिश्तेदार के यहां पर छिपे थे। जहां पर पुलिस ने दबिश देकर शुक्रवार रात दो बजे इन दोनों को गिरफ्तार किया। एसपी क्राइम अमित कुमार ने बताया है कि दिल्ली के चांदनी महल थाना क्षेत्र से एक फ्लैट के अंदर याकूब कुरैशी और उनके बेटे इमरान कुरैशी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों पर एक सप्ताह पहले ही पुलिस ने 50-50 हजार का इनाम घोषित किया था। इनाम घोषित होने के बाद याकूब कुरैशी और उसके बेटे की तलाश में सिविल पुलिस के अलावा एसटीएफ को भी लगाया गया था।
हाजी याकूब कुरैशी दो बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं। वह पहली बार 2002 में खरखौदा विधानसभा सीट से विधायक रहे उसके बाद 2007 में वह मेरठ शहर सीट से विधायक चुने गये थे। वह बसपा सरकार में मंत्री रहने के अलावा लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि खरखौदा के अलीपुर स्थित मीट कंपनी अल फहीम मीटेक्स प्राइवेट लिमिटिड में बिना अनुमति के मीट पैकेजिंग और प्रोसेसिंग के आरोप में 31 मार्च 2022 को पूर्व मंत्री कुरैशी के बेटे इमरान, फिरोज और पत्नी समेत 17 लोगों पर खरखौदा थाने में मामला दर्ज करवाया गया था। इस मामले में याकूब कुरैशी के दूसरे बेटे फिरोज को पहले ही गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है। जबकि हाजी याकूब कुरैशी और इमरान फरार चल रहे थे और पुलिस से बचने के लिये राजस्थान समेत दिल्ली में ठिकाने बदल-बदल कर रह रहे थे।