ब्रजेश पाठक बोले- मरीज का अच्छे से इलाज करना: डॉक्टर ने उसे घर भेजा, कहा- हल्दी घी लगाओ; वार्ड बॉय बर्खास्त
गाजियाबाद: गाजियाबाद में चौंकाने वाला मामला सामने आया है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने जिस मरीज को बेहतर इलाज देने को कहा, डॉक्टरों ने उसे घर भेज दिया। उससे कहा कि हल्दी घी लगाओ, ठीक हो जाओगे हैरानी की बात ये है कि मामला सामने आने के बाद आरोपी डॉक्टर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, बल्कि एक वार्ड ब्वॉय को बर्खास्त कर दिया है।
दरअसल, 10 नवंबर को सूबे के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक गाजियाबाद के दौरे पर आए थे। इसी दौरान डिप्टी सीएम संयुक्त जिला अस्पताल संजय नगर पहुंचे। यहां पर आग से झुलसे एक मरीज ने इलाज न मिलने और बाहर से दवा मंगाने की शिकायत की। इस पर डिप्टी सीएम ने हाथ जोड़कर माफी मांगी। साथ ही डॉक्टरों को मरीज को इलाज करने को कहा। लेकिन डॉक्टरों ने उसे घर जाने को बोल दिया। डिप्टी सीएम तक शिकायत पहुंचने पर मामले में शनिवार रात कार्रवाई की गई। आरोपी डॉक्टर को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
शास्त्री नगर के रहने वाले पवन कुमार डेढ़ महीने पहले गैस सिलेंडर में आग लगने से झुलस गए थे। इलाज कराने के लिए वह लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल दिल्ली में भर्ती हुए । सुधार होने पर अस्पताल के डॉक्टर ने गाजियाबाद के सरकारी अस्पताल के बर्न यूनिट में पट्टी कराने की सलाह दी।
पवन एमएमजी अस्पताल में इलाज कराने गए तो वहां से यह कहकर भगा दिया गया कि यहां बर्न यूनिट नहीं है, इसलिए यहां पर इलाज नहीं हो सकता है। दिल्ली जाकर ही पट्टी कराओ। इसके बाद वह संयुक्त अस्पताल में पट्टी कराने गए। वहां पर ट्रॉमा सेंटर में पट्टी की गई। उस दिन अस्पताल में उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने निरीक्षण भी किया था।
डिप्टी सीएम ने डेंगू वार्ड देखा और पूरे अस्पताल में घूमकर व्यवस्था परखी। इस दौरान उनका सामना पवन नाम के मरीज से हो गया। पवन ने पूरा मामला उपमुख्यमंत्री को भी बताया। उसने शिकायत कर कहा कि अस्पताल में पट्टी के लिए उससे बाहर से दवाएं मंगाई जाती हैं। हर रोज बाहर से वे 700-800 रुपए की दवाएं ला रहे हैं। इस पर डिप्टी सीएम ने ठीक से इलाज करने का निर्देश दिया।
पवन कुमार ने बताया, “डॉक्टरों ने इसके बावजूद उन्हें दवाएं नहीं दी। कहा कि अस्पताल में दवाएं नहीं हैं तो क्या करें। घर जाकर जले हुए बदन पर हल्दी और देसी घी लगाओ। पवन ने इसका वीडियो बनाकर सीएम पोर्टल पर अपलोड करके शिकायत की। इसके बाद डिप्टी सीएम ने कड़ी फटकार लगाई और तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद मरहम पट्टी कक्ष में तैनात एक कर्मचारी को हटा दिया गया है।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने शनिवार रात ट्वीट करके बताया, ‘संयुक्त जिला अस्पताल गाजियाबाद में आग से झुलसे मरीज को उपचार न देने संबंधी प्रकरण का संज्ञान लेते हुए मेरे द्वारा दिए गए आदेशों के क्रम में CMO गाजियाबाद द्वारा दोषी वार्ड बॉय को बर्खास्त कर दिया गया है। जबकि संबंधित चिकित्सक से स्पष्टीकरण मांगा गया है।