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कोरोना का XE वेरिएंट क्या है, यह कितना खतरनाक है और इसके क्या-क्या हैं लक्षण

COVID 4th Wave से पहले मिला कोरोना का नया म्युटेंट XE,कोरोना वायरस महामारी का खतरा अभी टला नहीं

नई दिल्ली (NewsReach) : XE Variant of Covid-19: पूरे देश में जानलेवा कोरोना वायरस के मामले अब एक हजार से भी कम हो रहे हैं, जिसके बाद देश में दो वर्ष बाद कोरोना से संबंधित सभी पाबंदियां समाप्त हो गई हैं। हालांकि फेस मास्क का इस्तेमाल करना अभी भी जरूरी है। कोरोना के घटते मामलों के बीच कोरोना के एक्सई वेरिएंट ने चिंता बढ़ा दी है। मुंबई में दक्षिण अफ्रीकी मूल की एक महिला कॉस्ट्यूम डिजाइनर एक्सई वेरिएंट से संक्रमित होने वाली हिंदुस्तान की पहली व्यक्ति बन गई हैं, हालांकि वैज्ञानिक शोध में अब तक इस बारे में कोई सबूत नहीं मिले हैं। एक्सई स्वरूप का पहला मामला ब्रिटेन में आया था।

जानिए कोरोना का XE वैरिएंट क्या है, यह कितना घातक है और इसके क्या-क्या लक्षण हैं।

महिला के संक्रमित होने पर सस्पेंस जारी

मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने कहा कि फरवरी के आखिर में दक्षिण अफ्रीका से महिला हिंदुस्तान आई थी और मार्च में उसके एक्सई वेरिएंट से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। 50 वर्ष की कॉस्ट्यूम डिजाइनर वैक्सीन के दोनों डोज लगावा चुकी हैं। हालांकि आधिकारिक सूत्रों ने साफ किया कि उपस्थिता सबूत से ऐसे संकेत नहीं मिले हैं कि यह एक्सई स्वरूप का मामला है। भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक कंसोर्टियम (इंसाकॉग) के जानकारों ने नमूने की ‘फास्टक्यू फाइल’ का विश्लेषण किया है और आसार व्यक्त किया है कि मुंबई की महिला को संक्रमित करने वाले वायरस की जीनोमिक संरचना एक्सई स्वरूप की जीनोमिक संरचना के अनुरूप नहीं है।

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क्या है XE वेरिएंट और यह कितना घातक?

विश्व स्वास्थ्य संगठन (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के अनुसार, नया एक्सई वेरिएंट पहली बार 19 जनवरी को यूनाइटेड किंगडम (ब्रिटेन) में पाया गया था और तब से सैकड़ों रिपोर्ट और पुष्टि की जा चुकी है। यह दो अन्य ओमिक्रॉन वेरिएंट बीए.1 और बीए.2 का एक म्यूटेंट हाइब्रिड है और वैश्विक स्तर पर फैल रहे मामलों के लिए उत्तरदायी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि नया म्यूटेंट ओमिक्रॉन का बीए.2 सब-वेरिएंट की तुलना में लगभग 10 फीसदी ज्यादा ट्रांसमिसिबल (तेजी से फैलने वाला) है, जो किसी भी स्ट्रेन से ज्यादा संक्रमणीय हो सकता है। नए घटनाक्रम ने स्वास्थ्य हलकों में चिंता पैदा कर दी है, क्योंकि देश ठीक होने की राह पर है और चल रही तीसरी लहर के आखिरी चरण में है जो दिसंबर 2021 में शुरू हुई थी। हालांकि पूरे विश्व में एक्सई के फिलहाल कम ही मामले देखने को मिले हैं, लेकिन इसकी अत्यधिक उच्च संचरण क्षमता का मतलब यह हो सकता है कि यह निकट भविष्य में सबसे प्रभावशाली स्ट्रेन बन जाता है।

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क्या हैं XE वेरिएंट के लक्षण?

यूके की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, एक्सई में नाक बहने, छींकने और गले में खराश जैसे लक्षण होते हैं, जो वायरस के मूल स्ट्रेन के उल्टा होते हैं, क्योंकि मूल स्ट्रेन में आमतौर पर रोगी को बुखार और खांसी की कम्पलेन रहती है और साथ ही उसे किसी चीज का स्वाद नहीं आता और कोई गंध भी नहीं आती है। 22 मार्च तक इंग्लैंड में एक्सई के 637 मामलों का पता चला था।

निष्कर्ष निकालने के लिए अभी सबूत अपर्याप्त

थाईलैंड और न्यूजीलैंड में भी एक्सई वैरिएंट का पता चला है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि म्यूटेशन के बारे में और कुछ कहने से पहले और डेटा पर गौर करने की आवश्यकता है। फोर्ब्स ने की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूकेएचएसए के मुख्य चिकित्सा सलाअधिकारार सुसान हॉपकिंस के मुताबिक, एक संपूर्ण पुष्टि करने के लिए ज्यादा डेटा की आवश्यकता है। हॉपकिंस ने कहा कि संक्रमण, इसकी गंभीरता या टीके की प्रभावशीलता पर कोई भी निष्कर्ष निकालने के लिए अभी अपर्याप्त सबूत हैं।

Munish Kumar

Munish is a senior journalist with more than 18 years of experience. Freelance photo journalist with some leading newspapers, magazines, and news websites, has extensively contributing to The Times of India, Delhi Times, Wire, ANI, PTI, Nav Bharat Times & Business Byte and is now associated with Local Post as Editor

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