किसानों की जायज मांगों को पूरा करें: भाकियू लोक शक्ति ने राष्ट्रपति के नाम डीएम को सौंपा ज्ञापन
गाजियाबाद: भारतीय किसान यूनियन (लोक शक्ति) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष केशव चौधरी के नेतृत्व में किसानों के हितों को लेकर जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया।
प्रमुख मांगें और आक्रोश:
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष केशव चौधरी ने कहा कि किसानों के खिलाफ प्रशासन का रवैया निंदनीय है। उन्होंने आंदोलनकारी किसानों की गिरफ्तारी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि प्रशासन किसानों की जायज मांगों को पूरा करने के बजाय उन पर दबाव बना रहा है।
चौधरी ने कहा कि न्यायालय के आदेश के बावजूद किसानों को 64.7% अतिरिक्त मुआवजा और 10% विकसित भूखंड अभी तक नहीं दिया गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वर्षों से कृषि भूमि के सर्किल रेट नहीं बढ़ाए गए हैं और नए कृषि कानूनों के लाभ किसानों को नहीं मिल रहे हैं।

यमुना प्राधिकरण पर आरोप:
चौधरी ने यमुना प्राधिकरण की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्षेत्र को महानगर तो घोषित कर दिया गया है, लेकिन रोजगार, शिक्षा, चिकित्सा, और परिवहन जैसी बुनियादी सुविधाएं आज तक उपलब्ध नहीं कराई गई हैं। इस कारण क्षेत्र के लोग ग्रामीण जीवन जीने को मजबूर हैं।
लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग:
भाकियू लोक शक्ति ने ज्ञापन में किसानों के हितों के साथ खिलवाड़ करने वाले अधिकारियों पर जांच कर सख्त कार्रवाई की मांग की। साथ ही, उन्होंने प्रशासन से किसानों की जायज मांगों को जल्द पूरा करने की अपील की।
सैकड़ों पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद:
ज्ञापन सौंपने के दौरान बड़ी संख्या में भाकियू लोक शक्ति के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। इनमें प्रदेश सचिव जगदीश, तालिब खान, मंजीत चौधरी, जिला उपाध्यक्ष सुशील शर्मा, लोकेश, मुस्कान, और युवा जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।
भविष्य में आंदोलन की चेतावनी:
भाकियू लोक शक्ति ने चेतावनी दी है कि यदि किसानों की मांगें जल्द पूरी नहीं हुईं, तो संगठन उग्र आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेगा।


