IIT इंजीनियर बनना चाहता है 10वीं के जिला टॉपर

गाजियाबाद : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं की परीक्षा में जिले के चार छात्रों ने संयुक्त रूप से 500 में से 499 अंक हासिल कर पहला स्थान हासिल किया है। तीन छात्र ट्रांस हिडन स्कूल के हैं, जबकि एक छात्र गाजियाबाद महानगर के स्कूल का है। गाजियाबाद महानगर के इन सभी टॉपर्स का लक्ष्य इंजीनियर बनना है। इसके लिए ये सभी आईआईटी में एडमिशन लेना चाहते हैं और पढ़ाई के साथ-साथ जेईई की तैयारी भी कर रहे हैं।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहती हैं आरोही:
आरोही यादव अपने पिता सुधीर कुमार और मां प्रियंका के साथ वैशाली सेक्टर-4 में रहती हैं। उन्होंने वसुंधरा सेक्टर-14 सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल से 10वीं कक्षा में 99.8 प्रतिशत अंक हासिल कर परिवार का नाम रोशन किया है। स्कूल की टॉपर आरोही कहती हैं कि उन्हें कोडिंग करने में मजा आता है। वह बड़ी होकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहती है। परीक्षा परिणाम से परिवार में सभी काफी खुश हैं। वह कहती हैं कि शिक्षकों द्वारा जो पढ़ाया जाता था, वह उसे नियमित रूप से दोहराती थी। वह घर पर चार से पांच घंटे नियमित रूप से पढ़ाई करती है ताकि वह अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सके।
अपने पिता से प्रेरित होकर कनव बनेगा इंजीनियर
कनव चौधरी अपने पिता विनोद कुमार और मां मृदुला के साथ इंदिरापुरम के अहिंसा खंड-द्वितीय में रहते हैं। उसने इंदिरापुरम पब्लिक स्कूल से 10वीं कक्षा में 99.8 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। उनके पिता एक निजी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। कणव का कहना है कि वह अपने पिता से प्रेरित होकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहता है। वह ऐसा सॉफ्टवेयर बनाना चाहते हैं, जो शिक्षा, सुरक्षा और अन्य क्षेत्रों में देश के विकास में मददगार साबित हो। उसकी सफलता से पूरा परिवार खुश है।
इंजीनियर बनना चाहती हैं तृषा
इंदिरापुरम के ज्ञान खंड-3 निवासी तृषा विश्वल अपने पिता जीएच विश्वल व मां ममतामयी गिरि विश्ववाल के साथ रहती हैं ।उसने इंदिरापुरम पब्लिक स्कूल से 10वीं कक्षा में 99.8 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। उनके पिता एक निजी कंपनी में कार्यरत हैं, जबकि उनकी मां एक होम्योपैथिक डॉक्टर हैं। तृषा कहती हैं कि वह इंजीनियर बनकर देश की सेवा करना चाहती हैं। इसके लिए उन्होंने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। उनका लक्ष्य IIT बॉम्बे से बायोटेक्नोलॉजी में B.Tech करना है। इसके लिए वह पढ़ाई के साथ-साथ जेईई की तैयारी कर रही है।
एयरोस्पेस इंजीनियर बनना चाहती हैं आशी
डीपीएसजी मेरठ रोड की छात्रा आशी बी बंसल ने 99.8 प्रतिशत अंक हासिल कर जिले में पहला स्थान हासिल किया है। उनका शुरू से ही हवाई जहाज और रॉकेट के प्रति विशेष आकर्षण रहा है। कल्पना चावला से प्रेरित होकर वह एयरोस्पेस इंजीनियर बनना चाहती हैं। आशी बी बंसल बांसुरी बजाती हैं और तनाव दूर करने के लिए कविता लिखती हैं। नेहरू नगर सेकेंड निवासी आशी बी बंसल की मां पल्लवी बंसल पेशे से एक निजी स्कूल में शिक्षिका हैं।
