मुरादनगर: नोडल अध्यापकों एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के क्षमता संवर्धन हेतु कार्यशाला
मुरादनगर, 1 मार्च 2024: पूर्ण ज्ञानांजलि इंटर कॉलेज, मुरादनगर में नोडल अध्यापकों एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के क्षमता संवर्धन हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत जमुना प्रसाद (खंड शिक्षा अधिकारी मुरादनगर), अमित कुमार (एडीओ पंचायत), रिचा तिवारी (क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी), एसआरजी पूनम शर्मा, विनीता त्यागी, देवांकुर भारद्वाज, और रीना त्यागी (सीडीपीओ) द्वारा दीप प्रज्वलन से की गई। प्राथमिक विद्यालय शोभापुर के बच्चों ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया और कंपोजिट विद्यालय सैंथली के बच्चों ने स्वागत गान व नृत्य से सभी का स्वागत किया। प्राथमिक विद्यालय अबूपुर नंबर 2 की बाल वाटिका की छात्रा ने कविता प्रस्तुत की।
बाल सेवा एवं पुष्टाहार विभाग से 55 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और बेसिक शिक्षा विभाग से कक्षा 1 में अध्यापन कर रहे 81 शिक्षकों, नोडल संकुल शिक्षक, एकेडमिक रिसोर्स पर्सन्स और स्टेट रिसोर्स ग्रुप ने प्रतिभाग किया।
नोडल संकुल रीनू चौधरी ने बालवाटिका, चहक व माता उन्मुखीकरण कार्यक्रम पर प्रकाश डाला। नोडल संकुल रिचा सिंह ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और नोडल संकुल संजय कुमार ने निपुण भारत मिशन पर चर्चा परिचर्चा की। और नवीन कुमार ने अभियान गीत प्रस्तुत कर उत्सव में नई ऊर्जा का संचार किया। एस आर जी देवांकुर् भारद्वाज ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्रेरित करते हुए कहा कि आपको बाल वाटिका मे ही भावी नागरिक की नींव मजबूत करने का कार्य करना है।
मुरादनगर ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी जमुना प्रसाद ने अध्यापकों का संबोधित किया और बेहतर शिक्षा और नन्हे मुन्ने में संपूर्ण समझ विकसित करने के लिए समुदाय से सहभागिता की बात कही। उन्होंने कहा कि निपुण लक्ष्य को प्राप्त कर ब्लॉक मुरादनगर को सर्वप्रथम निपुण बनाने में सहयोग प्रदान करें।
ब्लॉक के प्रत्येक न्याय पंचायत से बालवाटिका के दो-दो व कक्षा 1, 2 व 3 के एक-एक होनहार छात्र को सम्मानित किया गया। कुल 40 बच्चों को स्कूल बैग, स्टेशनरी देकर और मेडल पहनाकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का समन्वयन व सफल मंच संचालन एआरपी रेनू चौधरी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम की समाप्ति पर मतदाता जागरूकता शपथ दिलाई गई।
यह कार्यशाला नोडल अध्यापकों एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण थी। इस कार्यशाला से उन्हें अपनी क्षमताओं को बढ़ाने और अपने काम को बेहतर तरीके से करने में मदद मिलेगी।
यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं जो नोडल अध्यापकों एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को अपनी क्षमताओं को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं:
- नियमित रूप से प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लें।
- नवीनतम शिक्षण विधियों और तकनीकों के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
- अपने सहकर्मियों के साथ अनुभवों का आदान-प्रदान करें।
- बच्चों की जरूरतों के प्रति संवेदनशील बनें।
- बच्चों को सीखने में मदद करने के लिए रचनात्मक तरीकों का उपयोग करें।