अच्छे भोजन के साथ नियमित दिनचर्या और व्यायाम जरूरी -डॉ अनिल तोमर

गजियाबाद : एक अच्छे स्वास्थ का मतलब केवल अच्छा खाना ही नहीं होता, बल्कि नियमित दिनचर्या, सही समय पर भोजन और व्यायाम भी जरूरी है। दरअसल भागम भाग भरी जिंदगी में लोग आजकल अपने आप को समय नहीं दे पा रहे हैं। लोग स्वस्थ जीवन शैली से दूर होते जा रहे हैं और कई तरह की बीमारियों से घिर रहे हैं। स्वस्थ जीवन शैली के प्रति आमजन को जागरुक करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) अपने स्थापना दिवस के अवसरपर(7 अप्रैल) को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाता है।

वैशाली स्थित नवीन अस्पताल के ग्रुप मेडिकल डायरेक्टर डॉ. अनिल तोमर ने बताया – स्वास्थ्य दिवस सभी के लिए स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने पर ध्यान देने लिए प्रेरित करता है। इस दिन का महत्व कोरोना महामारी के बाद और बढ़ गया है। साथ ही अब स्वास्थ्य और फिटनेस की निगरानी के लिए स्मार्ट वॉच का चलन भी तेजी से पॉपुलर हुआ है। स्वास्थ्य देखभाल के साथ फिटनेस ट्रेकिंग और ब्लड ऑक्सीजन की जांच के लिए भी इसका उपयोग किया जाने लगा है। डब्ल्यूएचओ ने इस साल स्वास्थ्य दिवस को “हेल्थ फॉर ऑल” थीम के साथ मनाने का फैसला किया है। इस बार का विषय इस सोच को दर्शाता है कि, स्वास्थ्य एक बुनियादी मानव अधिकार है और हर किसी को बिना किसी वित्तीय कठिनाइयों के जब और जहां इसकी आवश्यकता हो उसे स्वास्थ्य सेवाएं मिलनी चाहिए।

उन्होंने बताया कि इस साल डब्ल्यूएचओ अपनी 75वीं वर्षगांठ भी मना रहा है, इसलिए इस दिन खास बनाने के लिए, डब्ल्यूएचओ उन सार्वजनिक स्वास्थ्य सफलताओं को भी देखेगा, जिन्होंने पिछले सात दशकों के दौरान जीवन की गुणवत्ता में सुधार किया है। डब्ल्यूएचओ की डेटा ने भारत में एक और बढ़ते स्वास्थ्य संकट पर प्रकाश डाला है और यह है मोटापा और एनीमिया। रिपोर्ट के अनुसार, अब पुरुषों की तुलना में दोगुनी महिलाएं एनीमिया से प्रभावित हो रही हैं। वहीं मोटापे के मामले में आंकड़ों पर नजर डालें तो महिलाओं में मोटापा 2015-16 में 21 प्रतिशत से बढ़कर 2019-20 में 24 प्रतिशत हो गया है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, चिकित्सा के क्षेत्र में नए खोज, नई दवाओं और नए टीकों को बनाने के साथ ही स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाना भी विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्राथमिकता है। हर साल, विश्व स्वास्थ्य दिवस को एक अनूठी थीम के साथ मनाया जाता है।