गाजियाबाद में फिर पिटबुल का कहर! 10 साल की बच्ची गंभीर रूप से घायल
गाजियाबाद, 1 मार्च 2024: शालीमार गार्डन इलाके में पिटबुल डॉग ने 10 साल की पांचवीं में पढ़ने वाली बच्ची पर जानलेवा हमला कर दिया। उसका मुंह अपने जबड़े में फंसा लिया और कई मिनट तक नोंचता रहा। खूब डंडे बरसाने के बावजूद उसने जैसे-तैसे बच्ची को छोड़ा। पिटबुल के हमले में बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई। उसके चेहरे, सीने, पेट समेत शरीर के कई हिस्सों में गहरे घाव के निशान हैं।
घायल बच्ची की स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली के जीटीबी अस्पताल समेत तमाम जगह दिखाने के बाद परिजनों ने गाजियाबाद के निजी मैक्स अस्पताल में उसे भर्ती कराया। जहां देर रात 3 घंटे तक बच्ची का ऑपरेशन किया गया। बच्ची की हालत अभी स्थिर है।
बता दें कि पिटबुल के हमले की बढ़ती घटनाओं के बाद गाजियाबाद नगर निगम ने पिटबुल पालने पर रोक लगा दी थी। इस मामले में नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि डॉग का रजिस्ट्रेशन चेक करने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
बच्ची पर हमला:
बताया जा रहा है कि 29 फरवरी की शाम करीब 6:30 बजे शालीमार गार्डन के डीएलएफ कॉलोनी में रहने वाले नाज मोहम्मद की 10 वर्षीय बेटी आलिया अपने पड़ोस बी- 8 में रहने वाली फ्रेंड मानवी को खेलने के लिए बुलाने गई थी। लेकिन घर में मानवी के पिता अमर सिंह का पालतू पिटबुल खुला हुआ था। पिटबुल ने आलिया को देखते ही उसपर हमला कर दिया। पिटबुल के काटने से आलिया गंभीर रूप से जख्मी हो गई। सूचना पाते ही परिजन उसको लेकर अस्पताल की ओर भागे। कई अस्पतालों में लेकर जाने के बाद आखिर में मैक्स अस्पताल में बच्ची की सर्जरी की गई। उसके कई कई टांके लगे हैं। करीब तीन घंटे बच्ची का ऑपरेशन चला। घटना पर पीड़िता के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
यह घटना पिटबुल जैसे खतरनाक कुत्तों को पालने के खतरों को उजागर करती है। नगर निगम और पुलिस को इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं जो आपको पिटबुल के हमले से बचने में मदद कर सकते हैं:
- पिटबुल जैसे खतरनाक कुत्तों से दूर रहें।
- यदि आपको कोई पिटबुल खुला हुआ दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
- बच्चों को पिटबुल जैसे कुत्तों के पास जाने से मना करें।
- यदि आप पिटबुल पालते हैं तो उसे हमेशा नियंत्रण में रखें।
अपनी सुरक्षा और अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए सतर्क रहें।