नगर आयुक्त ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर जताई नाराजगी, ठेकेदारों को दिए कड़े निर्देश
गाजियाबाद: म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक ने आज गाजियाबाद नगर निगम मुख्यालय में स्वास्थ्य विभाग के ठेकेदारों तथा संबंधित अधिकारियों की बैठक बुलाई। बैठक में नगर आयुक्त ने सभी स्वास्थ्य संबंधित टीम को कार्यशैली बेहतर करने के लिए कड़े निर्देश दिए।
कचरा प्रोसेसिंग को लेकर नगर आयुक्त नाराज हुए और नियमित चल रहे कार्यों में बदलाव करने के लिए कहा गया। मौके पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर मिथिलेश, अधिशासी अभियंता फरीद जैदी, तथा स्वास्थ्य विभाग के ठेकेदार नेचर ग्रीन, जेरोन व अन्य उपस्थित रहे।
नगर आयुक्त ने कचरा प्रोसेसिंग प्लानिंग को लेकर नगर स्वास्थ्य अधिकारी टीम को निगरानी बनाए रखने के लिए सख्त निर्देश दिए। साथ ही एमआरएफ सेंटर्स, गार्बेज फैक्ट्री, व अन्य स्थानों पर हो रहे कचरा पृथक्करण तथा कचरा निस्तारण को बेहतर करने के लिए निर्देश दिए गए।
लापरवाही करने वाली फर्म को तत्काल सूचित करते हुए उसका टेंडर निरस्त करने की प्रक्रिया को बढ़ाने के लिए भी कहा गया। नगर आयुक्त द्वारा बैठक में सभी उपस्थित ठेकेदारों को कड़ी चेतावनी भी दी गई। साथ ही भुगतान से पहले कार्यशैली में बेहतर सुधार के लिए निर्देश दिए गए।
यहां कुछ विशिष्ट निर्देश दिए गए हैं जो नगर आयुक्त ने बैठक में दिए:
- कचरा प्रोसेसिंग को बेहतर बनाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
- एमआरएफ सेंटर्स, गार्बेज फैक्ट्री, व अन्य स्थानों पर कचरा पृथक्करण और निस्तारण को बेहतर बनाया जाए।
- लापरवाही करने वाली फर्मों को तत्काल सूचित किया जाए और उनका टेंडर निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाए।
- सभी ठेकेदार अपनी कार्यशैली में सुधार करें और भुगतान पाने के लिए योग्य बनें।
यह उम्मीद की जा सकती है कि नगर आयुक्त के निर्देशों से गाजियाबाद में स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार होगा।
यहां कुछ विशिष्ट लाभ दिए गए हैं जो नगर आयुक्त के निर्देशों से मिलेंगे:
- गाजियाबाद में कचरा प्रबंधन में सुधार होगा।
- शहर में गंदगी कम होगी।
- शहर में बीमारियों का प्रसार कम होगा।
- शहरवासियों का जीवन स्तर बेहतर होगा।
यह उम्मीद की जा सकती है कि नगर निगम और नगरवासी मिलकर गाजियाबाद को एक स्वच्छ और स्वस्थ शहर बना सकते हैं।