मेरठ कॉलेज के बंद पड़े छात्रावासों को खुलवाने के लिए छात्र भूख हड़ताल पर
मेरठ : पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े और पुराने मेरठ कॉलेज के बंद पड़े छात्रावासों को खुलवाने के लिए छात्रों ने हंगामा किया। छात्रों ने कहा कि कॉलेज प्रशासन ने कोरोना का बहाना बनाकर कॉलेज हॉस्टल बंद कर दिए हैं। जबकि दूसरे कॉलेजों के हॉस्टल जो कोविड में बंद हुए थे वो सब खुल गए। केवल मेरठ कॉलेज का हॉस्टल ही क्यों बंद है।
मेरठ कॉलिज मेरठ में 6 छात्रावास हुआ करते थे जिनमें दूर दराज व ग्रामीण क्षेत्र से आने वालो छात्र-छात्राएँ पढ़ाई किया करते थे, जिनको महाविद्यालय प्रशासन ने बंद कर दिया था। अभी बी०एन०एम० व सरस्वती छात्रावास सुचारू रूप से चालू थे, उन्हें भी महाविद्यालय प्रशासन ने बंद कर दिया है। जिससे दूर-दराज व ग्रामीण परिवेश से आने वाले छात्र-छात्राओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिसको लेकर सभी छात्र पिछले 2 महीने से लगातार धरने-प्रदर्शन कर रहे है, लेकिन महाविद्यालय प्रशासन ने इस और कोई ध्यान नहीं देने की ठानी हुई है व छात्रों को अभी तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया है। जिससे सभी छात्र-छात्राएं काफी आहत है। छात्रों ने कहा कि जो दूरदराज के जिलों से आकर छात्र मेरठ में पढ़ाई कर रहे हैं, उनको काफी दिक्कत हो रही है। हॉस्टल होते हुए छात्रों को महंगा किराया देना पड़ रहा है। किसानों के बच्चों को हॉस्टल के बजाय कमरा लेकर या प्राइवेट हॉस्टल में रहना पड़ रहा है। इससे उनकी पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। छात्राओं की सुरक्षा का भी सवाल खड़ा हो रहा है।
इसी निर्णय से आहत होकर मेरठ कालेज मेरठ के छात्र गौरव बरार भूख हड़ताल पर बैठ गया है। जिसकी समस्त जिम्मेदारी कालेज प्रशासन की होगी। गौरव बरार जब तक भूख हड़ताल पर रहेगा जब तक कालेज प्रशासन छात्रहित में हास्टल खोलने का निर्णय नहीं ले लेते। साथ में विजित तालियान,शेरा जाट, अंकित सिलारपुर,अंकित जमालपुर,अंकित काकरान,टिंकू मीठेपुर, बंटी सिलारपुर, विक्की खजूरी,आशीष मोतला, सौरव सिंह, सागर चौधरी, आशु मोरना, भूरा छिलौरा, विशाल डागर, भूरा मवाना, अनुज जावला आदि छात्र नेता मौजूद रहे।