डेंगू से स्वस्थ होने के बाद डॉक्टर की बिगड़ी तबीयत, मौत
गाजियाबाद: डेंगू से स्वस्थ होने के दस दिन बाद डॉ. आदित्य शिशाैदिया (32 वर्ष) की मौत हो गई। उनका अंतिम संस्कार पैतृक गांव धौलाना में किया गया। आदित्य के ढाई वर्ष का एक बेटा है। उनकी पत्नी महिला रोग विशेषज्ञ हैं, दिल्ली के निजी अस्पताल में कार्यरत हैं। वह साहिबाबाद नगरीय स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी थे।
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि 15 दिन पहले डॉ.आदित्य को डेंगू हुआ था। इलाज के बाद वह स्वस्थ हो गए थे। तीन दिन बाद दोबारा सांस लेने में परेशानी हुई तो उन्हें 13 अक्तूबर को मनिपाल अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां पर सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ। 19 अक्तूबर को अचानक तबीयत बिगड़ने लगी तो उन्हें रात में 10 बजे मैक्स अस्पताल वैशाली में शिफ्ट किया गया। रात एक बजे निधन हो गया।
डेंगू से स्वस्थ होने के बाद एक सप्ताह बरतें सावधानी
डॉ. आरके गुप्ता का कहना है कि डेंगू से स्वस्थ होने के बाद एक सप्ताह तक किसी भी तरह से लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। अगर सांस लेने में परेशानी, घबराहट, रक्तचाप कम या ज्यादा होने की दिक्कत है तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें।
24 घंटे में मिले डेंगू के 17 मरीज, आंकड़ा हुआ 811
डेंगू मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। शुक्रवार को 17 मरीजों की पुष्टि होने के साथ ही मरीजों को आंकड़ा भी 811 हो गया है। इससे पूर्व 5 अक्तूबर को 701 मरीज थे। इस समय रोजाना 11 से 12 डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। शुक्रवार को मिले 17 मरीजों में 10 की पुष्टि प्राइवेट और सात की सरकारी स्तर पर की गई है। सर्वे के दौरान 4206 घरों का सर्वे किया गया, इस दौरान 106 घरों में डेंगू का लार्वा पाया गया।
सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधार का कहना है कि डेंंगू नियंत्रण को लेकर मलेरिया विभाग के अलावा अन्य डेंगू ब्रीड चेकर (डीबीसी) स्टाफ भी लगाया गया है। जो विभिन्न क्षेत्रों में जाकर घरों में सर्वे कर डेंगू लार्वा को नष्ट कर रहा है। लार्वा मिलने पर लोगों को नोटिस दिए जा रहे है। साथ ही लोगों को जागरूक करने के लिए भी टीमें कार्य कर रही है।