
मेरठ: त्योहारी सीजन को देखते हुए नकली मावा बनाने व बेचने वाले सक्रिय हो गए हैं। आगामी दीपावली पर्व पर मावे की मिठाइयां बनेंगी। मिठाइयों की ज्यादा बिक्री को देखते हुए बाजारों में नकली मावे की खपत बढ़ गयी है। यदि जिम्मेदार अधिकारी उदासीन बने रहे तो यह नकली मावे की मिठाइयां हमारी सेहत बिगाड़ सकती हैं।
खरखौदा से पुलिस ने शुक्रवार को 50 क्विंटल नकली मावा पकड़ा। सूचना मिलने के बाद फूड डिपार्टमेंट के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और मावे के सैंपल भरकर जांच के लिए भेज दिया। पुलिस ने बताया कि यहां तैयार नकली मावे को दिल्ली की मंडियों में भेजा जा रहा था।
क्या हो सकता है नुकसान
मिलावटी मावे में सिंथेटिक दूध पाउडर के साथ केमिकल व डिटर्जेंट का यूज किया जाता है। यह शरीर के लिए बहुत हानिकारक होता है। नकली मावे में मिलाए जाने वाला फ्लैवरड केमिकल व सिंथेटिक पाउडर लीवर व किडनी पर बुरा असर डालता है। यदि मावे में इनकी मात्रा अधिक हो जाए तो इसे खाने वाले की जान भी जा सकती है।
ऐसे कर सकते हैं पहचान
- सबसे पहले मावे को सूंघकर देखें कि उसमें घी की जगह रिफाइन की महक तो नहीं आ रही है।
- मावे को दोनों हथेली के बीच रखकर रगड़ना चाहिए। अगर नकली मावा होगा तो वह पाउडर की तरह बिखर जाएगा, जबकि असली मावा होगा तो गोली बन जाएगी।
- नकली मावे का रंग एक दम सफेद दिखाई देता है।
- असली मावा हल्के पीले रंग का दिखाई देता है।



