जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक सम्पन्न, लोनी और मुरादनगर की खराब रिपोर्ट पर जिलाधिकारी ने जताई नाराजगी

गाजियाबाद : महात्मा गांधी सभागार, कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। इस बैठक में जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की क्रमिक स्थिति की विस्तृत समीक्षा की गई।
बैठक के दौरान ओ.पी.डी. और आई.पी.डी. की समीक्षा, विभिन्न राजकीय केन्द्रों में आशाओं द्वारा बनाए गए आभा आई.डी. की संख्या, ई-संजीवनी की प्रगति, मातृत्व स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा, जननी सुरक्षा योजना के लाभार्थियों का भुगतान, मंत्रा ऐप पर लाभार्थियों के आधार सत्यापन, पीएमएसएमए कार्यक्रम के अंतर्गत निःशुल्क यूएसजी हेतु क्यूआर कोड generation & redemption की स्थिति, मातृ मृत्यु समीक्षा, परिवार नियोजन कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम, पीसी एंड पीएनडीटी कार्यक्रम, एन.एच.एम. अंतर्गत वित्तीय व्यय आदि की समीक्षा की गई।

जिलाधिकारी ने आख्या रिपोर्ट में पाया कि लोनी और मुरादनगर की स्थिति बेहद खराब थी। इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि सभी सीएमएस व एसीएमओ को आदेशित किया जाए कि वे अपने अधीनस्थ चिकित्सकों के साथ बैठक करें और उनमें कार्य करने की ऊर्जा का संचार करें। उन्होंने कहा कि अगर इसके बाद भी लापरवाही बरती जाती है तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। जिन अस्पतालों की रिपोर्ट खराब है, उनसे स्पष्टीकरण लिया जाए और भविष्य में ऐसी गलतियां ना हो इसके लिए उन्हें चेतावनी दी जाए।
जिलाधिकारी ने जननी सुरक्षा योजना में शत प्रतिशत भुगतान सुनिश्चित करने पर जोर दिया ताकि लाभार्थियों को समय पर लाभ मिल सके। साथ ही, जच्चा-बच्चा की मृत्यु की सूक्ष्म जांच की जाए और संबंधित आशा, डॉक्टर, एम्बुलेंस सेवा और चिकित्सकों की जिम्मेदारी तय की जाए। लापरवाही पाए जाने पर उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए।
मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल ने स्वास्थ्य विभाग से संबंधित किसी भी अप्रिय घटना के कारण को दूर करने की शत प्रतिशत कोशिश करने की अपील की। उन्होंने कहा कि लोनी और मुरादनगर को अपने कार्यों में सुधार की बेहद आवश्यकता है और संबंधित एसीएमओ को उक्त क्षेत्र के अस्पतालों का औचक निरीक्षण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन, संयुक्त जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विनोद चन्द्र पाण्डेय, एमएमजी जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राकेश कुमार, जिला महिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अलका शर्मा, एसीएमओ डॉ. आरके गुप्ता, डॉ. अमित विक्रम, डॉ. रविन्द्र कुमार, डॉ. अनवार अंसारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी शशी वार्ष्णेय, डब्लूएचओ से डॉ. अभिषेक, यूनिसेफ से शादाब, जिला सूचना अधिकारी योगेन्द्र प्रताप सिंह सहित अन्य अधिकारी व चिकित्सक उपस्थित रहे।
इस बैठक का उद्देश्य जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाना और संबंधित अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक करना था। बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने सभी उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने कार्य में सुधार लाने के लिए प्रेरित किया और भविष्य में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने का आश्वासन दिया।



