दीक्षित पाल मामले में परिजनों का प्रदर्शन: खुलासे की मांग में थाने का घेराव, पुलिस पर जांच ढिलाई के आरोप

गाजियाबाद: दीक्षित पाल मामले का जल्द खुलासे को लेकर शुक्रवार को परिजनों ने भारी संख्या में लोगों के साथ थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया। परिजनों ने इस दौरान पुलिस पर जांच ढिलाई बरतने के आरोप लगाए है। परिजनों का कहना है कि दीक्षित का कुछ लोगों के साथ पैसो का लेन-देन था उन्होंने ही उसकी हत्या कर शव को बोरे में डालकर स्कूटी में रखकर रोड पर छोड़ दिया। परिजनों का कहना है कि पुलिस आरोपियों के खिलाफ जल्द व सख्त कार्यवाही करे।
साहिबाबाद थाने पर मृतक दीक्षित पाल के परिजनों के पहुंचने के बाद वहा लोग जमा होना शुरु हो गए। देखते ही देखते भारी संख्या लोग एकत्र हो गए। लोगो की संख्या में लगातार हो रहे इजाफे को देखते हुए तुरंत ही संबंधित अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और पीडित परिवार से बातचीत की। परिजनों ने जल्द खुलासे व आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की मांग की। अधिकारियों ने पीड़ित परिजनों को निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। इसके बाद बाद पीड़ित परिवार के लोग वापस लौट गए।
मृतक के बड़े भाई विशाल पाल का कहना है कि उसका छोटा भाई वसुंधरा में मोबाइल शॉप चलाता था। मृतक का कुछ लोगों से पैसे का लेनदेन था उन्ही लोगों दीक्षित पाल को अपने घर बुलाया। उसकी हत्या कर उसका शव सड़क पर छोडकर फरार हो गए है। विशाल का कहना है कि पुलिस ने मामले में रिपोर्ट दर्ज तो कर ली है लेकिन ढिलाई बरत रही हैं।
एसीपी साहिबाबाद भास्कर वर्मा ने बताया की बृहस्पतिवार को वसुंधरा में मोबाइल शॉप चलने वाले दीक्षित पाल का शव बोरा मिलने में मिला था। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नही जाएगा। जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।
बता दें कि गुरुवार को हिंडन पुल पर यू-टर्न के सामने स्कूटी पर एक बोरे शव होने का शक जताते हुए पुलिस को सूचना दी थी। तुरंत ही संबंधित थाना पुलिस वहा पहुंची और बोरे को खोलकर देखा तो उसमें युवक का शव था। युवक के मोबाइल से उसकी शिनाख्त हुई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्ट के लिए भेजकर परिजनों को इसकी सूचना दे दी। बोरे में मिला शव दीक्षित पाल पुत्र राज कुमार पाल निवासी अंबेडकर कॉलोनी अर्थले का था।