100 स्कूलों में संपन्न हुआ स्वच्छता का फाइनल टेस्ट, हिंदी तथा इंग्लिश दोनों मीडियम विद्यार्थी कर रहे हैं स्वच्छता की बात

गाजियाबाद: गाजियाबाद नगर निगम ने स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के नेतृत्व में, शहर के 100 स्कूलों में ‘स्वच्छता की पाठशाला’ कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, कचरा पृथक्करण, सिंगल यूज प्लास्टिक के बहिष्कार, और होम कंपोस्टिंग जैसी महत्वपूर्ण स्वच्छता प्रथाओं के बारे में शिक्षित करना है।
कार्यक्रम की शुरुआत 28 जनवरी को प्री-टेस्ट के साथ हुई, जिसमें चिन्हित 100 स्कूलों के छात्रों ने भाग लिया। 29 जनवरी को संबंधित स्कूलों के शिक्षकों के लिए हिंदी भवन में प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया, जिसके बाद 31 जनवरी को ऑनलाइन प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया। इन सत्रों के माध्यम से शिक्षकों को स्वच्छता के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी गई, ताकि वे छात्रों को प्रभावी ढंग से शिक्षित कर सकें।
अपर नगर आयुक्त अवनींद्र कुमार ने बताया कि जब विद्यार्थी अपने व्यवहार में स्वच्छता को अपनाएंगे, तो पूरे शहर में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल वर्तमान में शहर को स्वच्छ बनाएगी, बल्कि भविष्य में भी स्वच्छता की आदतों को बनाए रखने में मदद करेगी।
फाइनल टेस्ट 12 फरवरी को आयोजित किया गया, जिसमें छठी, सातवीं, और आठवीं कक्षा के छात्रों ने एक ही समय पर परीक्षा दी। छात्रों ने स्वच्छता की पढ़ाई में गहरी रुचि दिखाई और कार्यक्रम के प्रति उत्साह व्यक्त किया।
गाजियाबाद नगर निगम की यह पहल स्वच्छता के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण प्रदान करने में सहायक होगी।


