मेरठ : शनिवार की सुबह सहारनपुर से दिल्ली जा रही पैंसेजर ट्रेन में दौराला स्टेशन के पास आग लग गई। आग लगने का आभास होने पर लोको पायलट ने ट्रेन की स्पीड बढा दी। दौराला स्टेशन पर ट्रेन को रोकने के बाद यात्रियों को सकुशल उतारा गया। जल रहे डिब्बो को इंजन और अन्य डिब्बो से अलग करने के लिए यात्रियों ने भी रेलवे स्टाफ के साथ धक्के लगाए। इस दौरान आग ने दो डिब्बो को पूरी तरह अपनी चपेट में ले लिया। इससे वहां अफरातफरी मच गई।
मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की आधा दर्जन गाड़ियों ने घंटों मशक्कत के बाद ट्रेन में लगी आग बुझाई। हादसे के चलते मेरठ-दिल्ली रेल मार्ग पर काफी देर तक ट्रेनों का आवागमन बाधित रहा। सूचना पर दिल्ली से डीआरएम पिंकी गर्ग अधिकारियों के साथ मौक पर पहुंचे। डीआरएम ने बताया की आग लगने के कारणो का पता लगाने के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया गया है।
बताया गया कि शनिवार की सुबह सहारनपुर-दिल्ली पैसेंजर ट्रेन सहारनपुर स्टेशन से दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों के अनुसार खतौली रेलवे स्टेशन पर उन्हें कुछ जलने की दुर्गंध आई। मगर इसी दौरान ट्रेन स्टेशन से चल पड़ी। ट्रेन के लोको पायलट अनिल ने बताया कि सकौती रेलवे स्टेशन के पास सड़क से गुजर रहे कुछ लोगों व गेट मैन ने उसे इशारा करते हुए बताया कि ट्रेन में आग लगी हुई है। जिसके बाद उसने ट्रेन की गति बढ़ा दी। पायलट ने सुबह 7.14 बजे दौराला स्टेशन से कुछ पहले ही ट्रेन को रोक दिया। तब तक ट्रेन के निचले हिस्से से धुंए के साथ आग की लपटें उठने लगी थी। आग की लपटे देख रेलवे के कर्मचारियों ने शोर मचा दिया। जिसे सुनकर सवारिया तेजी से नीचे उतर गई। ट्रेन में चढने के लिए जो यात्री डिब्बों के आसपास खड़े थे, वह भी दूर कर दिए गए। । बाकी डिब्बों में आग ना फैलने पाए इसके लिए डिब्बों को अलग करने की कार्रवाई आरंभ की गई। दो डिब्बों को जोड़ने वाली कपलिंग न खुलने पर उसे तोड़ना पड़ा। रेलवे के स्टाफ और यात्रियों ने धक्का देकर कोचों को जल रहे डिब्बों से अलग किया। देखते ही देखते आग ने भीषण रूप धारण कर लिया। मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड की आधा दर्जन गाड़ियों ने घंटों मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस दौरान स्टेशन और आसपास के इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।
डीआरएम दिल्ली ने किया घटनास्थल का निरीक्षण :
हादसे की सूचना मिलने पर डीआरएम दिल्ली पिंकी गर्ग अधिकारियों की टीम के साथ दौराला रेलवे स्टेशन पहुंचे। उन्होंने जले हुए कोचों का निरीक्षण किया और स्थानीय अधिकारियों से बातचीत कर जानकारी ली। डीआरएम डिंपी गर्ग ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि ट्रेन के कोच में आग लगने की जांच के लिए एग कमेटी का गठन कर दिया गया है। कमेटी के सदस्य दिल्ली से आकर जांच करने के बाद अपनी रिर्पोट देंगे। रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। आग लगने के कारणों की जांच पड़ताल के बाद स्पष्ट तौर पर जानकारी दी जा सकेगी। उन्होंने बताया कि इस दौरान इस रूट की कुछ ट्रेनों का आवागमन प्रभावित हुआ है। हादसे का शिकार हुई ट्रेन के यात्रियों को पीछे से आ रही सुपर फास्ट ट्रेन में सवार कराकर गंतव्य के लिए रवाना किया गया।