राजनगर एक्सटेंशन में साप्ताहिक पैठ बाजार बना सिरदर्द, अतिक्रमण से यातायात और आमजन जीवन प्रभावित
📍 गाजियाबाद | लोकल पोस्ट संवाददाता
राजनगर एक्सटेंशन क्षेत्र के निवासी इन दिनों एक नई परेशानी से दो-चार हो रहे हैं। हर गुरुवार और रविवार को लगने वाला साप्ताहिक पैठ बाजार अब नियत स्थान तक सीमित नहीं रह गया है। दुकानदारों द्वारा धीरे-धीरे मुख्य सड़कों पर अतिक्रमण कर लिया गया है, जिससे यातायात व्यवस्था बाधित हो रही है और स्थानीय निवासियों को घर से निकलना भी मुश्किल हो रहा है।
अशियाना चौक से लेकर क्लासिक रेजीडेंसी रोड तक पूरा इलाका बाजार में तब्दील हो गया है। यह सड़क, जो कि राजनगर एक्सटेंशन की एक मुख्य मार्ग है, अब अतिक्रमण की चपेट में आ चुकी है। स्थिति यह हो चुकी है कि रोगी वाहन (एम्बुलेंस), दमकल, और पुलिस वाहनों के लिए भी रास्ता मुश्किल से बचा है।
स्थानीय निवासी शुभम गर्ग ने इस संदर्भ में वीडियो बनाकर अपनी शिकायत दर्ज कराई है। उनका कहना है,
“साप्ताहिक बाजार का एक निश्चित स्थान है, लेकिन अब दुकानदार मुख्य सड़कों पर कब्जा कर रहे हैं। इससे बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अगर कोई इमरजेंसी हो जाए, तो बाहर निकलना भी दूभर हो गया है।”
स्थानीय लोग जिला प्रशासन और नगर निगम से अपील कर रहे हैं कि इस बेकाबू होते अतिक्रमण पर तुरंत रोक लगाई जाए। बाजार को उस निर्धारित स्थल तक ही सीमित किया जाए जहां पर इसकी अनुमति है। साथ ही पुलिस व यातायात विभाग को निर्देशित किया जाए कि इस मार्ग पर नियमित निगरानी रखें।
यह मामला केवल यातायात बाधा का नहीं है, बल्कि शहरी नियोजन की विफलता और प्रशासनिक सुस्ती का एक उदाहरण बन गया है। यदि इस पर अभी रोक नहीं लगाई गई तो आने वाले समय में राजनगर एक्सटेंशन जैसी योजनाबद्ध कॉलोनियां भी अनियंत्रित भीड़ और अतिक्रमण का शिकार हो सकती हैं।
स्थानीय निवासी प्रशासन से यह भी मांग कर रहे हैं कि सीसीटीवी निगरानी, अस्थायी बाजार के लिए समयबद्ध नियमावली और विशेष पुलिस बल की तैनाती जैसे कदम तुरंत उठाए जाएं।
📢 “हमें बाजार नहीं, व्यवस्था चाहिए। दुकानदार भी कमाएं, लेकिन सड़कों को जाम न करें। यह हर नागरिक का अधिकार है कि वह अपने घर तक बिना बाधा पहुंच सके।” — एक अन्य निवासी की टिप्पणी।
अब यह देखना होगा कि गाजियाबाद प्रशासन इस जनसरोकार के मुद्दे पर कब और कितना प्रभावी एक्शन लेता है।