महर्षि दयानंद विद्यापीठ में मनाया गया डॉ. मधुसूदन गर्ग स्मृति सप्ताह, गणित में योगदान को किया गया नमन


गाज़ियाबाद,
महर्षि दयानंद विद्यापीठ में आज एक भावपूर्ण आयोजन के तहत प्रख्यात गणितज्ञ और शिक्षाविद् डॉ. मधुसूदन गर्ग की जयंती पर स्मृति सप्ताह की शुरुआत की गई। इस अवसर पर शिक्षक कल्याण फाउंडेशन और वैज्ञानिक चर्चा समिति गाजियाबाद के संयुक्त तत्वावधान में डॉ. गर्ग के शैक्षिक योगदान और गणितीय कार्यों पर विस्तृत चर्चा की गई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ. सीमा सेठी ने की। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने कहा कि, “डॉ. गर्ग केवल एक गणितज्ञ नहीं थे, बल्कि एक प्रेरणास्रोत थे जिन्होंने अपनी विद्वता और सादगी से हजारों विद्यार्थियों के जीवन को दिशा दी।”
इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में गणित प्रवक्ता विनय चौहान ने गणित की उपयोगिता, नवीन पद्धतियों और डॉ. गर्ग के योगदान को रेखांकित करते हुए एक विशेष शैक्षणिक सत्र का आयोजन किया। उन्होंने कहा कि डॉ. गर्ग का जीवन यह सिखाता है कि यदि समर्पण और ज्ञान का सही मार्गदर्शन मिले तो गणित जैसे विषय को भी जीवन का आनंद बनाया जा सकता है।
स्मृतियों में जीवित रहे डॉ. गर्ग
कार्यक्रम में मौजूद डॉ. गर्ग की धर्मपत्नी श्रीमती मंजू गर्ग की उपस्थिति ने माहौल को और भी भावनात्मक बना दिया। उन्होंने डॉ. गर्ग के साथ बिताए शिक्षण जीवन के अनुभवों को साझा किया। वहीं विद्यालय संरक्षक व पूर्व बेसिक शिक्षा मंत्री श्री बालेश्वर त्यागी ने उन्हें एक दृढ़, अनुशासित और दृष्टिवान शिक्षक बताया।
अन्य वक्ताओं में के.के. दीक्षित, नीरज त्यागी, जगदीश विज, डॉ. सुरेंद्र सुशील, संजीव जैन, गजेंद्र पाल (प्रवक्ता गणित), विद्यालय के उप प्रधानाचार्य डॉ. आनंद शर्मा आदि ने भी अपने संस्मरण साझा किए। सभी ने एक स्वर में कहा कि डॉ. गर्ग जैसे समर्पित शिक्षक समाज की अमूल्य धरोहर होते हैं और उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।
कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल डॉ. गर्ग के योगदान को सम्मानित करना था, बल्कि नई पीढ़ी को गणित की ओर प्रेरित करना भी था। विद्यार्थियों ने भी इस अवसर पर उनके जीवन से जुड़ी प्रेरणादायी बातें सुनीं और विज्ञान तथा गणित के प्रति रुचि दिखाते हुए प्रश्न पूछे।
कार्यक्रम का समापन डॉ. गर्ग को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए और उनके शैक्षिक मूल्यों को आगे बढ़ाने के संकल्प के साथ किया गया।



