गाजियाबाद में बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ अधिवक्ताओं का कैंडल मार्च और विरोध प्रदर्शन

गाजियाबाद: बांग्लादेश में हो रहे निर्दोष हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में आज गाजियाबाद टैक्सेशन बार रजिस्टर्ड के अधिवक्ताओं द्वारा एक जोरदार विरोध प्रदर्शन और कैंडल मार्च आयोजित किया गया। यह मार्च कचहरी से शुरू होकर राजनगर हिंट चौराहे तक पहुंचा, और फिर वहां से वापस कचहरी के गेट पर समाप्त हुआ।
विरोध प्रदर्शन में गाजियाबाद के सैकड़ों अधिवक्ता शामिल हुए, जिन्होंने इस अमानवीय घटना के खिलाफ अपनी आवाज उठाई। इस कार्यक्रम का नेतृत्व गाजियाबाद टैक्सेशन बार के अध्यक्ष विनीत त्यागी ने किया। उनके साथ संस्था के उपाध्यक्ष मनोज शर्मा, सचिव राहुल भाटी, पूर्व अध्यक्ष पुनीत कंसल, अमित शर्मा, राकेश जैन, विजय नागर, उपाध्याय जी, मनोज कुमार, मधुकर गुप्ता, आर. के. सिसोदिया, शिवकुमार गुप्ता, सुंदर शर्मा, जैन रूप, विनीत भारद्वाज, दिनेश गौड़, लव कुश सिसोदिया, दीपक त्यागी, अंकित मित्तल, आशीष गर्ग, उदित गर्ग, और यूसी गर्ग जैसे कई प्रमुख अधिवक्ता भी मौजूद थे।
इस विरोध प्रदर्शन में शामिल अधिवक्ताओं ने बांग्लादेश में हो रहे हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों की कड़ी निंदा की और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इस मुद्दे पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की मांग की। विनीत त्यागी ने कहा कि यह विरोध प्रदर्शन न केवल बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ है, बल्कि यह एक संदेश भी है कि कोई भी समाज इस तरह की बर्बरता को सहन नहीं करेगा।
मार्च के दौरान, अधिवक्ताओं ने मोमबत्तियां जलाकर श्रद्धांजलि दी और सभी पीड़ितों के लिए न्याय की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने शांतिपूर्ण तरीके से अपनी भावनाओं को व्यक्त किया और सरकार से अपील की कि वह इस मामले को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उठाए, ताकि हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
गाजियाबाद टैक्सेशन बार रजिस्टर्ड के सदस्यों ने यह स्पष्ट किया कि वे अन्याय के खिलाफ इस तरह के विरोध प्रदर्शन और कैंडल मार्च जारी रखेंगे, जब तक कि न्याय नहीं मिल जाता।



