विश्व गुर्दा दिवस: लाला लाजपत राय स्मारक मेडिकल कॉलेज, मेरठ में मरीजों के लिए कार्यक्रम आयोजित
मेरठ, 14 मार्च 2024: लाला लाजपत राय स्मारक मेडिकल कॉलेज, मेरठ के सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक के नेफ्रोलॉजी विभाग में आज दिनांक 14/03/2024 विश्व गुर्दा दिवस (वर्ल्ड किडनी डे) का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज, मेरठ में एक कैम्प का आयोजन किया गया जिसमें मरीजों से केक कटवाया गया, उन्हें चाय, बिस्किट आदि का वितरण किया गया और पोस्टर प्रतियोगिता कराई गई।
डॉ निधि गुप्ता ने किडनी मरीजों को गुर्दा स्वस्थ रखने के तरीके बताए। उन्होंने बताया कि मधुमेह किडनी खराब होने का मुख्य कारण है। मधुमेह के 10 में से 4 मरीजों को किडनी संबंधी बीमारी होने का खतरा होता है।
किडनी रोग से बचाव के लिए उन्होंने कहा कि:
- उच्च रक्त चाप की दवाय समय से लेनी चाहिए
- ओ०टी०सी० दवाय नहीं लेनी चाहिए
- खान-पान का ख्याल रखना चाहिये
- कोल्ड ड्रिंक और डब्बाबंद खाने से परहेज़ करना चाहिए
इस अवसर पर कार्यवाहक प्राचार्य डॉ ज्ञानेश्वर टोंक, वरिष्ठ गुर्दा रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर डॉक्टर अरविंद त्रिवेदी, प्रमुख अधीक्षक डॉक्टर धीरज बालियान, विभागाध्यक्ष नेफ्रोलॉजी विभाग डॉ निधि गुप्ता, डॉ स्नेह लता वर्मा, स्टाइलिश डायलिसिस यूनिट सिस्टम इंचार्ज माधवी अग्रवाल एवं विद्यार्थी आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए प्रधानाचार्य ने नेफ्रोलॉजी विभाग को बधाई दी।
विश्व गुर्दा दिवस हर साल मार्च के दूसरे गुरुवार को मनाया जाता है। यह दिन दुनिया भर में लोगों को किडनी रोग के बारे में जागरूक करने और किडनी रोगों से बचाव के लिए प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है।
किडनी रोग एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है। यह उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मोटापा और धूम्रपान जैसे कई कारकों के कारण हो सकता है। किडनी रोग के शुरुआती चरण में अक्सर कोई लक्षण नहीं होते हैं। जैसे-जैसे रोग बढ़ता है, थकान, सूजन, उच्च रक्तचाप और पेशाब में रक्त जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
किडनी रोग का कोई इलाज नहीं है, लेकिन उपचार से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। उपचार में जीवनशैली में बदलाव, दवाएं और डायलिसिस शामिल हैं।
विश्व गुर्दा दिवस पर, लोगों को किडनी रोग के बारे में जागरूक होना चाहिए और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर किडनी रोगों से बचाव के लिए प्रयास करना चाहिए।