नगर निगम द्वारा किराया बढ़ाने के विरोध में व्यापारियों ने महापंचायत आयोजित की
गाजियाबाद: शुक्रवार को गाजियाबाद के व्यापारियों ने नगर निगम द्वारा किराया बढ़ाने के विरोध में महापंचायत आयोजित की। घंटाघर पर आयोजित इस महापंचायत में 1702 दुकानदारों ने भाग लिया।
व्यापारियों का कहना है कि नगर निगम प्रशासन ने हिटलरशाही करते हुए दुकानों का किराया 300 व 500 से बढ़कर 4000 से लेकर 15000 तक कर दिया है। जबकि 30, 40 साल पहले ही इन दुकानों का कुल मूल्य व्यापारियों से ले लिया गया था।
व्यापारियों ने कहा कि उन्होंने गाजियाबाद के सभी जनप्रतिनिधियों से मिलकर ज्ञापन दिया और अपनी समस्याओं से अवगत करवाया, लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधि ने उनकी मदद नहीं की।
महापंचायत में व्यापारियों ने निम्नलिखित मांगें रखीं:
- किराया बढ़ोतरी वापस ली जाए।
- किराया 10/2/1997 के शासन आदेश के अनुसार 5 वर्ष में 12.5% ही बढ़ाया जाए।
- किराया ₹2 स्क्वायर फीट के हिसाब से लिया जाए।
- व्यापारियों को पट्टा-विलेख या मालिकआना हक प्रदान किया जाए।

महापंचायत में सुभाष गुप्ता, गोपीचंद, प्रीतम लाल, सुभाष छाबड़ा, मनवीर नागर, अशोक चावला, राजदेव त्यागी, सुनील गोयल, राकेश स्वामी, हरि मेहता, विजय कक्कड़, संजीव लाहोरिया, राकेश बवेजा, कासिम प्रधान, अनुराग गर्ग, अजय गर्ग, युवा राजू छाबड़ा, उदयवीर लाडी, तेजपाल त्यागी, रविंदर जोली, सरदार जी, अनिल सांवरिया, गौरव गर्ग, अशोक अरोड़ा, सुरेश महाजन, पप्पू लोहरिया, राजेंद्र तनेजा, नवनीत छाबड़ा, सुदेश गुप्ता, प्रमोद गुप्ता, दीपक अक्कड़, दीपक मदान, तनुज गंभीर, पवन महाजन, विनोद गोयल, अजय बंसल, सुनील गोयल, प्रवीण बत्रा, दीपक गर्ग, जुगल किशोर, नीटा विजय ढींगरा, राजेश लोहिया, धर्मपाल कुकरेजा और सैकड़ों व्यापारी उपस्थित रहे।
आगामी कार्यक्रम
- व्यापारी महापंचायत की अगली बैठक 15 फरवरी को होगी।
- इस बैठक में आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा।



