गाज़ियाबाद: विजयनगर में 1 साल की बच्ची रिया को स्ट्रे डॉग ने हमला करके जिसे घायल किया था, उसे सरकारी अस्पतालों में एंटी रेबीज वैक्सीनेशन भी नहीं लग रही है। एमएमजी अस्पताल में शनिवार को बच्ची को नोएडा के चाइल्ड पीजीआई रेफर किया गया था, वहां भी उसे ना तो एंटी रेबीज़ (एआरबी) लगाया गया और ना ही कोई ट्रीटमेंट मिला। इसके बाद परिजन बच्ची को वापस ले गए रविवार दोपहर बच्ची को दोबारा से एमएमजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां फिलहाल उसका उपचार चल रहा है।
बच्चे की सर्जरी के लिए दिल्ली या मेरठ के प्लास्टिक सर्जन से समय मांगा जा रहा है। मूल रूप से बदायूं का रहने वाला सतपाल पिछले 10 वर्षों से विजयनगर के बहरामपुर में रह रहा हैं । सतपाल की पत्नी हंसमुखी और दो बच्चे हैं शनिवार शाम सतपाल खेतों पर गए थे, बच्चे अपनी मां के पास थी दोनों घर के बाहर बैठे थे। बच्ची रिया पड़ोस के कुछ बच्चों के साथ खेलने लगी इसी दौरान गली में ही घूमने वाला स्ट्रे डॉग वहां आया और रिया के चेहरे पर बुरी तरह से काट लिया। बच्ची के चीखने की आवाज सुनकर उसकी मां ने उसे बचाया परिजन बच्चों को एमएमजी अस्पताल ले गए वहां प्राथमिक उपचार के टिटनेस का इंजेक्शन देकर नोएडा चाइल्ड पीजीआई के लिए रेफर कर दिया गया। सतपाल ने बताया कि नोएडा के अस्पताल में पहुंचने पर वहां मौजूद महिला डॉक्टर ने स्ट्रे डॉग काटने पर लगने वाला इंजेक्शन और प्लास्टिक सर्जन ना होने का कहकर उपचार करने से मना कर दिया ।सतपाल ने बच्चे को दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में रेफर किए जाने के लिए कहा लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने इससे भी इनकार कर दिया। लगभग 2 घंटे तक सतपाल चाइल्ड पीजीआई में डॉक्टरों से उसकी बच्ची का उपचार करने की गुहार लगाता रहा लेकिन उन्होंने मन कर दिया। इसके बाद वह बच्ची को घर ले गए और विजय नगर में ही निजी डॉक्टर को दिखाया निजी डॉक्टर ने बच्चे को एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाया और कुछ दवाई देकर घर भेज दिया ।रविवार दोपहर में सतपाल बच्ची को दोबारा से अस्पताल लेकर पहुंचा रविवार को अस्पताल प्रबंधन ने बच्चों को इमरजेंसी में भर्ती कर लिया और उसका प्राथमिक उपचार शुरू कर दिया।