
जोधपुर: युवाओं को डिप्रेशन से बचाने के लिए राजस्थान के एक दिव्यांग युवक सहित देश भर के 20 युवाओं की टीम हरियाणा से कन्याकुमारी तक की दौड़ पर निकली है। 10 नवंबर को चंडीगढ़ से निकला ये ग्रुप सोमवार को जोधपुर से गुजरा। इसमें 14 से 45 वर्ष तक के 16 लड़के और 4 लड़कियां शामिल थीं। 36 दिनों में यह युवा आठ हज़ार किलोमीटर की यात्रा करेंगे। इस दौरान कहीं पर भी रुकेंगे या बैठेंगे नहीं। खास बात यह है कि 24 घंटे ग्रुप का कोई ना कोई एक सदस्य दौड़ता रहेगा बाकी सदस्य उसके साथ गाड़ी पर चलेंगे।
हिमालय नाइट्स नामक इस ग्रुप के कैंपेन की थीम “रन अगेंस्ट डिप्रेशन” है
ग्रुप में शामिल कई हुआ पहले किसी न किसी दौड़ में हिस्सा ले चुके हैं। युवा ललित यादव ने बताया उन्हें यह आइडिया इसलिए आया क्योंकि आज की भागदौड़ भरी लाइफ में युवा डिप्रेशन का शिकार होता जा रहा है। खास तौर पर कोविड के समय सुसाइड के मामले भी बढ़ गए। युवाओं के ऊपर कई तरह की जिम्मेदारी होती है। ऐसे में उन्हें इस डिप्रेशन से निकालने के लिए हमने एक दौड़ लगाने का सोचा। जिसे युवाओं को चैलेंज से लड़ने के लिए आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
युवाओं के इस ग्रुप में करण सैनी, राकेश चौहान सहित छात्र, नौकरी पेशा और आर्मी मैन भी शामिल है। ग्रुप की व्यवस्थाएं दिनेश, केशव चौहान व कुलदीप दलाल संभाल रहे हैं। युवाओं की टीम 1 दिन में लगभग 250 से 270 किलोमीटर दौड़ लगाएंगे। 24 घंटे बिना रुके और बिना थके ग्रुप का एक मेंबर बारी बारी से दौड़ लगाता रहेगा। बाकी टीम उसके साथ गाड़ियों पर चलेगी। बारी बारी से दौड़ने वाला सदस्य बदलता रहेगा। इस पूरी दौड़ की वीडियोग्राफी भी की जा रही है साथ में ही टाइम मैनेजमेंट का भी विशेष ख्याल रखा जा रहा है।
दौड़ के दौरान जब एक मेंबर रुकता है तो दूसरा मेंबर उसके हाथ से घड़ी पहन कर दौड़ने लगता है। युवाओं की टीम अब तक हरियाणा से रवाना होकर राजस्थान पहुंची है। यहां से गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, केरल, कन्याकुमारी होते हुए तमिलनाडु, हैदराबाद, कोलकाता, उड़ीसा व उत्तर प्रदेश से दिल्ली पहुंचेंगे।
इस पहल की हर कोई सराहना कर रहा है। सड़क पर युवाओं को दौड़ लगाते देख कई लोग उनकी हौसला अफजाई भी कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि आज की तनाव भरी इस लाइफ से उबरना बड़ी चुनौती है।