पुलिस आयुक्त अजय कुमार श्री सुल्लामल रामलीला की आरती में शामिल हुए
गाज़ियाबाद: सोमवार की लीला में रावण को जैसे ही पता लगता है कि छोटे तपस्वी लक्ष्मण की मूर्छा जागृत हो गई है तो वह कुम्भकर्ण के महल जाता है और उसे छह मास की निद्रा से जगाता है। जगाने के बाद कुम्भकर्ण को युद्ध क्षेत्र में जाने के लिए कहता है। कुम्भकर्ण घनघोर गर्जना करते हुए रणक्षेत्र में जाता है और वानर सेना के साथ युद्ध करता है। इसके बाद वह अंगद, सुग्रीव, जामवंत सभी से लड़ता है। बाद में भगवान श्रीराम रणक्षेत्र में आते हैं। कुम्भकर्ण राम का संवाद होता है इसके बाद भगवान श्रीराम के हाथों कुम्भकर्ण का वध किया जाता है। रावण को जब अपने भाई के युद्ध में मारे जाने की खबर मिलती है तो वह अति क्रोधित व व्याकुल हो उठता है। रावण मेघनाथ को युद्ध में जाने के लिए कहता है।
यह जानकारी भगवान श्रीराम को लगती है तो वे स्वयं युद्ध में जाने के लिए तैयार होते हैं, लेकिन लक्ष्मण कहते हैं कि मैं जाना चाहता हूं और लक्ष्मण भगवान श्रीराम से आज्ञा लेकर रण क्षेत्र में जाते हैं। मेघनाथ सारी वानर सेना से युद्ध करता है। बाद में लक्ष्मण रण क्षेत्र में आते हैं। दोनों के बीच संवाद होता है और उसके बाद घनघोर युद्ध होता है। अंत में लक्ष्मण द्वारा मेघनाथ का वध किया जाता है।
कुंभकरण, मेघनाथ वध के बाद रावण अहिरावण को युद्ध भूमि में भेजता है अहिरावण छल से प्रभु श्री राम और लक्ष्मण को पताल लोक ले जाता है पीछे से हनुमान जी भी पताल लोक पहँच जाते हैं दोनों में युद्ध होता है और हनुमान अहिरावण का वध कर देता है।
रामलीला में मुख्य रूप से अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार वीरो, अशोक गोयल, दिनेश शर्मा बब्बे, संजीव मित्तल, अनिल चौधरी, राजेन्द्र मित्तल मेंदी वाले, आलोक गर्ग, ज्ञान प्रकाश गोयल, सुधीर गोयल, सुंदर लाल, राघवेंद्र, पार्षद नीरज गोयल, मोहित मित्तल, देवेंद्र मित्तल, नंद किशोर शर्मा, अशोक शर्मा, विजय गोयल, लोकेश बंसल,अशोक आदि उपस्थित रहे।