
गाजियाबाद: गाजियाबाद तो पहले से ही अपने स्वाद के लिए जाना जाता है। चाहे मीठा हो या तीखा, इस शहर में हर तरह के स्वाद का चाव रखने वाले लोग आपको मिल जाएंगे।




शहर में सुबह की जलेबियों से लेकर लजीज गोलगप्पों तक.. गाजियाबाद वालों को अपना स्ट्रीट फूड बहुत पसंद है। शहरवासी नवयुग बाजार में लालमन लस्सी की मलाई से इतने प्रभावित हैं कि वे अक्सर जरूरत से ज्यादा खा लेते हैं और बाद में इसका दोष भैया पर मढ़ते हैं जो स्ट्रीट फूड को इतना स्वादिष्ट बनाते हैं।

हर गली व नुक्कड़ पर गरमा-गरम पकोड़ों के साथ चाय भी मिलेगी तो कॉफी काउंटर भी। ऐसे में गाजियाबाद, नवयुग मार्किट के पास स्थित लालमन लस्सी भी दश्कों से अपनी मिठास का स्वाद जिंदा रखे हुए।

गाजियाबाद के सिहानी गांव के लालमन सिंह ने साल 1981 में हाइस्कूल की परीक्षा पास करने के बाद एक छोटी सी लस्सी की दुकान शुरु की थी। लालमन लस्सी की विशेषता है कि यह मिलावटी दूध से नहीं बल्कि घरों में पल रहीं भैसों के दूध से निर्मित दही से बनाई जाती है। कुलह्ड़ में मिलने वाली लस्सी की एक घूंट लेते ही आपको मज़ा आ जाएगा। लस्सी के साथ-साथ इसकी ठंडक और मलाई की मोटी परत आपको आंख बंद करके परम सुख का आनंद लेने से नहीं रोकेगी।




लालमन लस्सी अपनी पहचान एक दशक से भी ज्यादा बना चुकी है और सिर्फ गाजियाबाद के लोग ही नहीं बल्कि बाहर से आए लोग भी इस लस्सी का स्वाद लेने से नहीं चूकते है। वैसे, हैल्थ को ध्यान में रख कर बात करें तो लस्सी आपके स्वाद और स्वास्थय दोनों के लिए नंबर-1 है।