आज है गाजियाबाद का 46 वां स्थापना दिवस चार गेटों का शहर बन गया हाईटेक और हॉट सिटी

गाजियाबाद : 14 नवंबर 1976 को तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन के अवसर पर गाजियाबाद तहसील को मेरठ से अलग करके नया जिला बनाया था। कभी चार गेटों जवाहर गेट, दिल्ली गेट, डासना गेट, और सिहानी गेट के बीच में बसा शहर आज गेटवे ऑफ यूपी के नाम से मशहूर हो चुका है।
दिल्ली से सटा होने के चलते यहां का विकास और विस्तार तेजी से हुआ। गाजियाबाद में सालों से मेट्रो है यहां का एजुकेशन हब और ईस्टर्न पेरीफेरल रोड, दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे के साथ ही गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट की वजह तेजी से रफ्तार बढ़ा रही है रैपिड रेल ।जिले को नई पहचान दे रही है। शिक्षा से लेकर चिकित्सा और खेल से लेकर अन्य उद्योग धंधे आज जिले की राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनते जा रहे हैं । जिले में अगले 1 साल के भीतर अंतरराष्ट्रीय पहचान वाला क्रिकेट का स्टेडियम बनने की बाधा खत्म हो गई है। इस स्टेडियम के बनने के बाद खेल से लेकर खिलाड़ियों का जिले से विदेशों तक से जुड़ाव बनेगा। यहां के कला खेल और शैक्षिक व सांस्कृतिक संस्थाओं से जुड़े नाम आज विश्व भर में पहचान बना रहे हैं।

वर्तमान में जिला 40 वर्ष का हो गया है ।वर्तमान में 42 लाख की आबादी वाले जिले को 1740 में मुगल बादशाह मोहम्मद शाह रंगीला के वजीर गाजी उद्दीन ने इसे गाजी उद्दीन नगर के नाम से बसाया था। गाजी उद्दीन दिन नगर का एक किले के रूप में ढांचा तैयार किया गया जवाहर गेट, दिल्ली गेट, सिहानी गेट, डासना गेट बनाए गए गाजियाबाद को बसाने वाले गाजीउद्दीन की मजार आज भी नए बस अड्डे के पास जीटी रोड पर स्थित है।
हिंडन के तट पर गूंजा था स्वतंत्रता संग्राम का पहला बिगुल आजादी के लिए अंग्रेजो के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम का पहला विगुल गाजियाबाद से ही हिंडन नदी के तट से गुंजा गया था। वर्तमान जिले में उस वक्त अंग्रेजों से लोहा लेने के दौरान मारे गए अंग्रेजों की कब्र भी मौजूद है। इसके साथ ही भगत सिंह की भाभी दुर्गा भाभी की प्रतिमा नवयुग मार्केट में बनाई जा चुकी है।

क्रॉसिंग राजनगर एक्सटेंशन और वेव सिटी नई पहचान
बीते 40 सालों में गाजियाबाद का नक्शा ही बदल गया है। सबसे लंबे हाईवे अब शहर की पहचान दूर से ही बता देते हैं तो वहीं बीते दो दशक के दौरान राजनगर एक्सटेंशन वेव सिटी और क्रॉसिंग रिपब्लिक जैसे इलाकों में बनी गगनचुंबी इमारतें दूर से ही नजर आने लगी हैं। साथ ही हवाई सफ़र के लिए हिंडन एयरपोर्ट और जिले में जल्द ही शुरू हो रही रैपिड रेल भी जिले के विकास ने अपनी रफ्तार दिखा दी है। वहीं जिले में रोपवे की भी तैयारी का प्लान चल रहा है जिसे लगभग अंतिम रूप देने की तैयारी बन रही है जिले को विकास के नए पंख लगाने के लिए मास्टर प्लान 2031 भी बनाया जा चुका है।