गाजियाबाद, 18 जनवरी 2024। मेरठ से प्रयागराज जा रही संगम एक्सप्रेस के एक कोच में धुआं उठने की सूचना पर ट्रेन कानपुर सेंट्रल पर रोकी गई। रेलवे के लोग जब अंदर गए तो कुछ किसान नेता कागज़ जलाकर हाथ ताप रहे थे। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया के जरिए रेल मंत्रालय भी पहुंच गया।
वीडियो में साफ दिख रहा है कि किसान नेता एसी कोच में कागज़ जलाकर हाथ ताप रहे हैं। ट्रेन में सवार यात्रियों ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्होंने गुस्से में उन्हें धमकाया। रेलवे के अधिकारियों ने सभी को चेतावनी दी और ट्रेन को आगे के लिए रवाना कर दिया।
इस घटना से एक बार फिर सवाल उठता है कि कुछ लोग दूसरों की जान को कैसे जोखिम में डाल देते हैं। अगर इस ट्रेन में आग लग जाती तो क्या होता? क्या इन किसान नेताओं को अपनी गलती का एहसास होता?
इस घटना से यह भी स्पष्ट होता है कि रेलवे सुरक्षा के नियमों का पालन करना कितना जरूरी है। रेलवे में आग लगने की घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं। लेकिन अगर लोग सुरक्षा नियमों का पालन करें तो इन घटनाओं को रोका जा सकता है। रेलवे सुरक्षा नियमों के मुताबिक, ट्रेन में आग लगने की स्थिति में यात्रियों को तुरंत अग्निशमन विभाग को सूचना देनी चाहिए। इसके अलावा, यात्रियों को ट्रेन से बाहर निकलने के लिए सुरक्षित रास्ते का पता होना चाहिए।
रेलवे सुरक्षा नियमों का पालन करने से ट्रेन में आग लगने की घटनाओं को रोका जा सकता है और लोगों की जान बचाई जा सकती है।