पर्यावरणविद डॉ. जितेंद्र नागर प्रख्यात जे.पी. राष्ट्रीय अवार्ड 2022 से सम्मानित
गाजियाबाद: राजेंद्र नगर निवासी सुप्रसिद्ध पर्यावरणविद डॉ. जितेंद्र नागर को दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में पर्यावरण क्षेत्र मे प्रख्यात जे.पी. राष्ट्रीय अवार्ड 2022 से सम्मानित किया गया। वर्तमान में डॉ. जितेंद्र नागर दिल्ली विश्वविद्यालय के डॉ भीम राव अंबेडकर कॉलेज मे पर्यावरण विज्ञान के प्रोफेसर है तथा पर्यावरण क्षेत्र की अग्रणी संस्था एनवायरनमेंट एंड सोशल डेवलपमेंट एसोसिएशन के चेयरमैन है। यह संस्था प्रतिवर्ष विश्व पर्यावरण सम्मेलन, वैश्विक जल कॉंग्रेस व राष्ट्रीय – अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस आयोजित करती है जिसमे देश दुनिया के हजारों लोग हिस्सेदारी करते है। डॉ नागर ने जल स्रोतों को बचाने के लिए जल क्रांति मिशन शुरू किया हुआ है जिसके अंतर्गत वे गाजियाबाद में हिंडन नदी के पुनरुत्थान एवं मृत तालाबों व झीलों को बचाने के लिए प्रयासरत है। वे वायु प्रदूषण की जागरूकता एवं रोकथाम के लिए भी मुहिम चला रहे है।
यह कार्यक्रम विगत 20 वर्ष से लोकनायक जयप्रकाश अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन विकास केंद्र द्वारा आयोजित किया जाता है जिसमे विभिन्न क्षेत्रों जैसे कला, साहित्य, सिनेमा, पर्यावरण, पत्रकारिता, राजनीति, विज्ञान, तकनिकी, कानून, सामाजिक, शिक्षा, आदि में जानी मानी हस्तियों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित जाता है। इस वर्ष भी देश की 15 हस्तियों को सम्मानित किया गया जिसमें मुख्य है चिपको आंदोलन के जनक पद्म भूषण श्री चंडी प्रसाद भट्ट, प्रसिद्ध वरिष्ठ मूर्तिकार पद्म भूषण श्री राम वनजी सुतार, भरतनाट्यम नर्तक पद्म भूषण डॉ. सरोजा वैद्यनाथन, पद्मश्री डॉ. उषा किरण खान, पूर्व मुख्य न्यायाधीश, उच्च न्यायालय, मुंबई श्री बी.जी.कोलसे, प्रख्यात वैज्ञानिक एवं पूर्व निदेशक, इसरो श्री अभय कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता एवं मैग्सेसे अवॉर्ड श्री संदीप पाण्डेय, प्रख्यात पत्रकार एवं पूर्व एडीजी, दूरदर्शन श्री सुधांशु रंजन, पूर्व सांसद और संस्थापक, एसआईएस सुरक्षा श्री आर.के. सिन्हा, प्रसिद्ध भारतीय पार्श्व गायक स्वर्गीय श्री महेंद्र कपूर, संस्थापक, कलिंग विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर डॉ अच्युत सामंत एव हॉकी खिलाड़ी श्री महेंद्र पाल सिंह। पूर्व के वर्षों मे इस सम्मान से देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री इन्द्र कुमार गुजराल, निर्देशक सुभाष घई, जैसी हस्तियां भी सम्मानित हो चुकी है।
इस अवार्ड को प्राप्त करने पर डॉ जितेंद्र नागर ने काफी प्रसन्नता व्यक्त की और अपने इस अवार्ड को अपने माता पिता को समर्पित किया तथा इसका श्रेय अपनी ई.एस.डी.ए. टीम एवं मित्रों को दिया जिनके सहयोग एवं समर्थन से उनकी मुहिम अपने मकसद तक पहुँचती है।