चंद्रयान-3 की थीम पर गाजियाबाद में तैयार हो रहा दुर्गा पूजा पंडाल
गाजियाबाद: क्रॉसिंग रिपब्लिक इलाके में चंद्रयान की थीम पर दुर्गा पूजा पंडाल बनाया जा रहा है। दुर्गा पूजा पंडाल बनाने के लिए कई महीनों से कल्चरल सोसायटी के सदस्य मेहनत कर रहे हैं। संगठन के सचिव पार्थिव चटर्जी ने बताया कि इसे बनाने में तीन हफ्ते से अधिक का समय लग सकता हैं।
क्रॉसिंग रिपब्लिक बंगाली कल्चरल एसोसिएशन द्वारा इसे ‘मून कॉलिंग अर्थ’ नाम दिया गया है। क्रॉसिंग रिपब्लिक बंगाली कल्चरल एसोसिएशन के सदस्य अमिताभ घोष के मुताबिक 2010 से क्रॉसिंग रिपब्लिक में भव्य रूप से दुर्गा पूजा का आयोजन होता आ रहा है। घोष ने कहा कि हमारा मकसद दुर्गा पूजा पंडाल में साइंस एंड टेक्नोलॉजी से युवाओं को प्रोत्साहित करना है। चंद्रयान की थीम पर बना रहे दुर्गा पूजा पंडाल के नीचे आर्टिफिशियल स्मोक और लाइटिंग लगाई जाएगी जिसे देखकर चंद्रयान लॉन्च जैसा प्रतीत होगा। पंडाल बनाने में 35 कारीगर जुटे हैं। संगठन के सचिव के मुताबिक चंद्रयान की थीम पर दुर्गा पूजा पंडाल तैयार होने में तकरीबन तीन हफ्ते से अधिक का वक्त लगने का अनुमान है।
22 सितंबर से दुर्गा पूजा पंडाल बनाने की तैयारी शुरू हो गई थी। दुर्गा पूजा पंडाल को बनाने में तकरीबन 35 कारीगर और आर्टिस्ट लगे हुए हैं। दुर्गा पूजा पंडाल पूरी तरह से इको फ्रेंडली है, इसमें लोहे और प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं किया गया है। कर्नाटक बंगाल और अरुणाचल से बांस और अन्य सामान मंगाया गया है। बांस को बांधने के लिए भी प्लास्टिक की रस्सी का नहीं बल्कि कपड़े का इस्तेमाल किया जा रहा है।
संगठन के सदस्य सुजय घोष के मुताबिक दुर्गा पूजा पंडाल में केवल चंद्रयान का मॉडल ही नहीं बल्कि रोवर भी दिखाई देगा। करीब दो हफ्ते की मेहनत और रिसर्च के बाद रोवर जैसा मॉडल तैयार किया गया है, जो की पंडाल के आसपास घूमेगा और लोगों से बातचीत करेगा। हमारा मकसद युवाओं को चंद्रयान-थीम पर बने दुर्गा पूजा पंडाल से स्पेस और टेक्नोलॉजी के बारे में जागरूक करना और उनकी रूचि बढ़ाना है इसरो के जो प्रमुख साइंटिस्ट हैं उनके बारे में भी दुर्गा पूजा पंडाल में तमाम जानकारियां दी जाएगी। इसके साथ ही चंद्रयान मिशन के बारे में भी तमाम जानकारियां पंडाल में प्रदर्शित की जायेगी। 15 अक्टूबर तक यह दुर्गा पूजा पंडाल बनकर तैयार हो जाएगा। क्रॉसिंग रिपब्लिक में बंगाली समुदाय के तकरीबन 500 से अधिक परिवार रहते हैं हर साल बड़े स्तर पर क्रॉसिंग रिपब्लिक में दुर्गा पूजा का आयोजन होता है। विजयदशमी के दिन दुर्गा पूजा पंडाल में विवाहित महिलाएं सिंदूर खेल खेलती हैं।