जागा प्रशासन, बदहाल सिद्धार्थ विहार की सड़कों का नए सिरे से निर्माण कार्य शरू
गाज़ियाबाद: बदहाल सिद्धार्थ विहार की सड़कों की आखिर आवास विकास के आला अधिकारियों को याद आ गई और नियमित रूप से लोगों द्वारा विभिन्न माध्यमों से यहां की टूटी सड़कों के बारे में अवगत कराने के बाद टीएनटी गोल चक्कर से एन एच 9 की तरफ की सड़क की नए सिरे से निर्माण कार्य की लखनऊ कार्यालय से मंजूरी मिल गई है।
पहले चरण में 193.88 ₹ की लागत से 50 मीटर की सड़क दोनों ओर बनाई जाएगी। क्योंकि एनएच 9 की ओर की सड़क पर कुछ कार्य जल निगम द्वारा गंगाजल परियोजना का किया जाना बाकी है उसे दूसरे चरण में कार्य समाप्त होने के बाद किया जायेगा। बीते नवंबर माह की 16 तारीख को एनजीटी द्वारा बढ़ते प्रदूषण के चलते इसे बंद करने से यहां रहने वालोँ की परेशानी बढ़ गई थी।
अगले कुछ दिनों में टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद सड़क निर्माण कंपनी का चयन होने के बाद निर्माण प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
इससे सिद्धार्थ विहार की सोसाइटी के निवासियों ने ख़ुशी व्यक्त की है और मीडिया और डीएम गाज़ियाबाद और आवास विकास को धन्यवाद किया है।
सिद्धार्थ विहार की बदहाल सड़कों पर कई वर्षों से कोई निर्माण कार्य नहीं किये जाने से यह जर्जर हालत में थी और इसके चलते यहां रहने वाले लोग परेशान थे। विभाग को विभिन्न माध्यम से लोगों द्वारा कई बार निर्माण कार्य के लिए आग्रह किया गया था। इसके लिए कैंडल मार्च, आसपास की सोसाइटी के लोगों द्वारा कार्यालय में कई बार इस मुद्दे को रखा गया था। सड़कों का आलम यह था की सामान्य मौसम में सड़कों पर धूल मिट्टी उड़ने के चलते प्रदूषण इस ओर कई गुना बढ़ चुका था और बारिश में सड़कें तालाब बन जाती थी।
सड़क पर इतने गड्ढे थे की इसमें गिरकर वाहन चालक चोटिल हो जाते थे और वाहन खराब हो रहे थे। बढ़ते प्रदूषण के चलते तीन किलोमीटर की इस सड़क को एनजीटी और उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा पेनल्टी लगाये जाने के बाद इसे बंद कर दिया गया था, जिससे यहां रहने वाले और इस सड़क का इस्तेमाल करने वालोँ को वैकल्पिक मार्ग के रूप में न्यू लिंक रोड़ का इस्तेमाल करना पड़ रहा था।