गाजियाबाद: भारतीय वायुसेना के विमानों के पार्ट बनाने वाली गाजियाबाद की BEL कंपनी ने 1575 करोड़ रुपए के ठेके मनमाने तरीके से बांट दिए। CBI ने BEL के 6 अफसरों समेत 12 के खिलाफ FIR केस दर्ज कि है। इसमें 3 कंस्ट्रक्शन कंपनियां और इनके तीन डायरेक्टर भी आरोपी बनाए गए हैं। CBI इंस्पेक्टर अमित कुमार ने दिल्ली ब्रांच में ये FIR सात दिसंबर 2022 को दर्ज कराई है। दरअसल, रक्षा मंत्रालय में उपसचिव गोकुल नागरकोटी के लेटर पर पिछले साल एक जांच प्रारंभ हुई थी, जिसके बाद CBI ने अब नामजद FIR की है।
CBI जांच में ये आरोप पाए गए
- प्रारंभिक परियोजना रिपोर्ट (PPR) के ठेके देने में साल-2011 से 2017 के बीच DPR में घोर अनियमितताएं बरती गईं। DPR बनाने के लिए RD कंसल्टेंट को रखा गया। इस कंपनी को रखने के लिए सिर्फ औपचारिकताएं पूरी की गईं, जबकि सारी बातचीत BEL अधिकारियों ने पहले ही कर ली थी।
- 8 सितंबर 2011 को ब्लास्ट प्रूफ के लिए RD कंसल्टेंट से DPR तैयार कराते वक्त BEL ने वर्क्स कॉन्ट्रैक्ट मैनुअल का पालन नहीं किया।
- रक्षा मंत्रालय की 10 साइटों पर होने वाले सिविल वर्क के लिए जो प्रारंभिक परियोजना रिपोर्ट बनाई गई, उसमें कहीं पर भी डिजाइन और लागत का उल्लेख नहीं किया गया।
- BEL ने चहेती कंस्ट्रक्शन कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए इनकी निविदाएं ऑनलाइन की बजाए ऑफलाइन स्वीकार कीं थी।
- इन कंपनियों को जब 1575 करोड़ रुपए के टेंडर दिए गए, उस वक्त BEL ने पूर्व योग्यता (PQ) मानदडों का उल्लंघन करते हुए निविदा डालने वाली कंपनियों को शॉर्ट लिस्ट नहीं किया।
ये बनाए गए आरोपी : सुनील कुमार शर्मा, GM नेटवर्क सेंटरिंग सिस्टम, BEL गाजियाबाद, आरके हांडा, GM नेटवर्क सेंटरिंग सिस्टम, BEL गाजियाबाद, एसएस चौधरी, सीनियर DGM मार्केटिंग, BEL गाजियाबाद, गुरजीत सिंह, सीनियर DGM सीएस, BEL गाजियाबाद, बीपी पाहुजा, GM ईएस, BEL बंगलुरु, मनीष गोयल, DGM इन्फ्रा, BEL गाजियाबाद, सुरेश कुमार आनंद, पार्टनर RD कंस्लटेंट, सुधीर कुमार मारवाह, डायरेक्टर SR अशोक एंड एसोसिएट, दिल्ली, राहुल भूचर, डायरेक्टर CS कंस्ट्रक्शन, नई दिल्ली, मैसर्स RD कंस्लटेंट, वसंतकुंज नई दिल्ली, मैसर्स SR अशोक एंड एसोसिएट, दिल्ली, मैसर्स CS कंस्ट्रक्शन, वसंत कुंज दिल्ली