केनरा बैंक के खाते में 70 लाख संदिग्ध लेनदेन का मामला,आइबी और यूपीएटीएस की टीमों की जांच जारी

गाज़ियाबाद: केनरा बैंक की फरीदनगर शाखा में एक खाते में एक महीने में करीब 70 लाख रुपये के संदिग्ध लेनदेन का मामला सामने आया है। आशंका है कि आतंकी वारदात के लिए पाकिस्तान से यह फंडिंग की जा रही थी। यूपीएटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ता) व आइबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) की टीम ने इस मामले में खाताधारक रियाजुद्दीन को पकड़ा है। जांच में पता चला है कि इस खाते का संचालन बिहार के पश्चिमी चंपारण का रहने वाला इजहारुल हुसैन कर रहा था। इसके बदले में वह रियाजुद्दीन को 10 हजार रुपये प्रतिमाह देता था। लखनऊ में एटीएस द्वारा इस मामले में केस दर्ज करने की जानकारी सामने आ रही है। यूपीएटीएस और आइबी अब इजहारुल की तलाश में है। सूत्रों की मानें तो खाते में फंडिंग की जानकारी पिछले दिनों बैंक ने ही आइबी को दी। आइबी ने यूपीएटीएस से संपर्क कर आगे की कार्रवाई शुरू की। पता चला है कि दो साल पहले रियाजुद्दीन दिल्ली में एक फैक्ट्री में काम करता था। वहीं, पर उसकी मुलाकात इजहारुल से हुई। रियाजुद्दीन की आर्थिक स्थिति सही नहीं थी।

इसी का फायदा उठाकर इजहारुल ने उसे झांसे में लिया। महीने के 10 हजार दिलाने के नाम पर रियाजुद्दीन के खाते में अपना मोबाइल नंबर दर्ज कराया। साथ ही यूपीआई ट्रांजैक्शन के लिए भी लिंक करा लिया। एटीएम कार्ड इजहारुल ने ले लिया। हालांकि, रियाजुद्दीन को पूरी जानकारी थी कि उसके खाते का प्रयोग किस प्रकार हो रहा है। इजहारुल इंटरनेट कॉलिंग से रियाजुद्दीन से संपर्क करता था। रियाजुद्दीन का खाता पिछले 10 साल से सक्रिय है। पिता के साथ उसने खाता शुरू कराया था। वह कम ही लेनदेन करता था। इजहारुल के संपर्क में आने के बाद अचानक लेनदेन शुरू हो गया था। साथ ही खाते में बड़ी रकम पहुंची थी। इस पर बैंक के अधिकारियों को संदेह हुआ। आरोपित रियाजुद्दीन तीन भाइयों में सबसे छोटा है। उसका मकान फरीदनगर में चौकी के पीछे है। उसके पिता अनवर की फरीदनगर में ही वेल्डिंग की दुकान है। एक साल पहले रियाजुद्दीन का परिवार में विवाद हो गया था। तभी से वह हापुड़ के पिलखुवा में रहने लगा। वहां उसने खराद (फर्निशिंग) का काम शुरू किया। तीन-चार महीने में वह फरीदनगर आता है।