लखनऊ: शंकराचार्य बनने के बाद पहली बार 16 दिसम्बर को ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती का लखनऊ आगमन हो रहा है। तथा लखनऊ से जातें समय 16 को सुल्तानपुर रात्रि विश्राम व 17 को प्रतापगढ़ की सीमा व जौनपुर से होकर काशी के श्री विद्या मठ जाएंगे शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती।

‘परमाराध्य’ उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य ‘1008’ स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती जी महाराज मध्यप्रदेश स्थित परमहंसी गंगा आश्रम से लखनऊ दिनांक 16 दिसम्बर को मध्यान्ह में मर्करी आडोटोरियम, इन्दिरागांधी प्रतिष्ठान, गोमती नगर , लखनऊ के कार्यक्रम में आशीर्वचन देकर लखनऊ से सुल्तानपुर आकर वहीं 16 दिसम्बर को रात्रि-विश्राम करेंगे तथा दिनांक – 17 दिसम्बर 2022 को प्रातः 9:30बजे सुल्तानपुर से चलकर प्रतापगढ़ की सीमा व जौनपुर- बाबतपुर- होते हुए काशी के केदारघाट स्थित श्रीविद्या मठ पधारेंगे शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती। उक्त जानकारी ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती के मीडिया प्रभारी डाक्टर शैलेन्द्र योगी उर्फ योगीराज सरकार ने दी है।