उत्तरकाशी: हिमस्खलन त्रासदी में नौ लाशें बरामद, उन्तीस लोगों की तलाश जारी
उत्तरकाशी :उत्तराखंड के उत्तरकाशी में हिमस्खलन त्रासदी के बाद कुल नौ लाशें बरामद की गई हैं। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) ने गुरुवार को बताया कि अभी भी उन्तीस ट्रेनी पर्वतारोही हिमस्खलन में फंसे हुए हैं। एनआईएम ने बताया कि बरामद लाशों में से चार लाशें मंगलवार और बुधवार को बरामद की गई थीं। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) के पीआरओ ने बताया कि बरामद की गई लाशें बेस शिविर पर मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि आज लाशों को नीचे लाए जाने की उम्मीद है। मिली जानकारी के अनुसार, खराब मौसम की वजह से लाशों को नीचे लाने में कठिनाई हो रही है। आईटीबीपी के पीआरओ ने बताया कि बचाव टीमें पूरा प्रयास कर रहीं हैं कि इन लाशों को बेस कैंप तक पहुंचाया जा सके।
उत्तरकाशी में बर्फ के तूफान में ट्रेनी पर्वतारोही फंस गए थे। फंसे हुए लोगों को बचाव टीम द्वारा बचाया जा रहा है। फंसे हुए लोगों की तलाशी राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल (HAWS) और जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग के विशेषज्ञों की एक टीम कर रही है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में द्रौपदी के डंडा- II पर्वत शिखर पर मंगलवार को हिमस्खलन की चपेट में आने के बाद फंसे पर्वतारोहियों को बचाने के लिए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल और नेहरू पर्वतारोहण संस्थान भी जुटे हुए हैं ।
बचाव के लिए एडवांस कैंप में आईटीबीपी के और जवानों को भेजा गया है। सोलह हज़ार फीट की ऊंचाई पर एक एडवांस हेलिकॉप्टर लैंडिंग ग्राउंड भी तैयार किया गया है। आज सुबह इस लैंडिंग ग्राउंड पर सफलतापूर्वक लैंडिंग भी कराई गई है। कई हेलीकॉप्टर बचाव के लिए भेजे जा चुके हैं। पर्वतारोहियों की टीम में कुल एक सौ पचहत्तर पर्वतारोही शामिल थे। बचाव टीम अभी भी उन्तीस पर्वतारोहियों की तलाश कर रहीं हैं। नौ पर्वतारोहियों की लाशें बरामद की जा चुकी हैं।