लाला लाजपत राय स्मारक मेडिकल कॉलेज मेरठ में न्यूरो स्पेसियलिटी (मिर्गी) क्लीनिक का शुभारंभ

मेरठ: मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ आर सी गुप्ता ने मिर्गी क्लीनिक का शुभारंभ किया जिसमें प्रत्येक बुधवार मिर्गी के मरीज देखे जाएंगे साथ ही यह भी बताया की सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक स्थित न्यूरोलॉजी विभाग में ईईजी की सुविधा न्यूनतम दरों पर प्रतिदिन तथा न्यूरो स्पेशलिटी क्लीनिक प्रत्येक बुधवार. सामान्य न्यूरो रोग ओपीडी प्रतिदिन तथा पक्षाघात, लकवा, मिर्गी संबंधित सभी मरीजों का इलाज मेडिकल कॉलेज में किया जाता है। प्रधानाचार्य ने यह भी बताया कि निकट भविष्य में और सुपरस्पेशलिटी क्लीनिक खोली जाएंगी।
न्यूरोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉक्टर दीपिका सागर ने बताया की विकास नाम का मरीज उम्र 24 वर्ष निवासी जनपद मेरठ न्यूरोमाईलाइटिस ऑप्टिका डिजीज (एनएमओ) रोग से ग्रसित था। दाहिने हाथ और पांव में लकवा की शिकायत के साथ मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुआ बोलने, खाने-पीने में असमर्थ था तथा दिमाग की कई नसों में लकवा की शिकायत थी। मरीज को न्यूरो प्रोटेक्टिव एंड न्यूरोट्रॉपिक दवाएं दी गयीं तथा इम्यूनोसपरेसिव थेरेपी दी गई जिससे मरीज स्वस्थ हो गया तथा बोलने खाने तथा चलने लगा।
जगपाल 72 वर्षीय पुरूष जनपद मेरठ निवासी मरीज उनके दोनों पैरों मैं अत्यधिक सूजन था तथा लंबे समय से मधुमेह से ग्रसित थे इन्होंने दिल्ली के सरकारी एवं गैर सरकारी अनेक प्रतिष्ठित अस्पतालों में संपर्क किया उपचार लिया परंतु कोई भी फायदा ना हुआ उसके बाद उन्होंने मेडिकल कॉलेज मेरठ के न्यूरोलॉजी ओपीडी में संपर्क किया इनको इम्यूनोग्लोबुलीन थेरेपी की परामर्श दी गई जिसके फलस्वरूप वह पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गए तथा स्वयं अपने पैरों पर चल फिर सकते हैं और दैनिक दिनचर्या के समस्त कार्य स्वयं करने में समर्थ हैं।
गुलाब सिंह उम्र 50 वर्ष निवासी जनपद मेरठ क्रॉनिक इन्फ्लेमेटरी पाली न्यूरो पैथी रोग से लंबे समय से ग्रसित थे इनके दोनों पैर सुन्न थे जिस कारण से चलने फिरने में असमर्थ थे इनको नसों पर कारगर विशेष प्रकार की दबाएं एवं इंजेक्शन थेरेपी दी गई जिसका इन पर सकारात्मक प्रभाव हुआ और मरीज अब स्वयं चलने फिरने में समर्थ है।

कुमकुम 19 वर्षीय महिला निवासी जनपद मेरठ की याददाश्त बहुत ही कमजोर थी तथा चलने फिरने में असमर्थ थी इनके दोनों पैरों के पंजे अंदर की तरफ मुड़े हुए थे एम आर आई जांच में इनके दिमाग के कुछ हिस्सों की नसें सिकुड़ी हुई पाई गई इस बीमारी से संबंधित कुछ न्यूरो ट्रांसमीटर दवा के रूप में इंजेक्ट किए गए जिसके परिणाम स्वरूप मरीज अब स्वस्थ है इसकी छुट्टी कर दी गई है।
हरिवंश उम्र 52 वर्ष पुरुष निवासी जनपद मुजफ्फरनगर ने मेडिकल कॉलेज की न्यूरोलॉजी ओपीडी में पिछले सप्ताह परामर्श लिया जिसमें चिकित्सकों ने बताया कि उनको कंपन की बीमारी है बताते चलें कि इस मरीज ने अन्य अस्पतालों में पूर्व में चिकित्सकीय परामर्श लिया था जिसमें मरीज को यह बताया गया था कि वह मनोवैज्ञानिक बीमारी से ग्रसित है परंतु मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने उसकी बीमारी को गंभीरता से लेते हुए उसकी बीमारी का निर्धारण किया तथा संबंधित कंपन की बीमारी का सफल इलाज किया जिससे मरीज अब पूर्ण रूप से स्वस्थ हो चुका है।
मेडिकल कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉ वी डी पाण्डेय ने बताया कि न्यूरोलॉजी विभाग में सुपरस्पेशलिस्ट डाक्टर एवम समस्त सुविधाएं उपलब्ध हैं जनपद मेरठ एवम आसपास के जनपद के आम जनमानस से अपील है कि मेडिकल कॉलेज के न्यूरोलॉजि विभाग में सम्पर्क कर स्वास्थ्य लाभ ले सकते हैं।