मेरठ : सर्विलांस टीम व थाना लालकुर्ती पुलिस द्वारा नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी कर कागजात के साथ छेड़छाड़ कर दस्तावेज तैयार कर विभिन्न बैंको से लगभग 90 लाख रूपये लोन लेने वाला शातिर अभियुक्त गिरफ्तार। एसपी क्राइम अनित कुमार का कहना है कि इस मामले में हापुड़ के सलई गांव निवासी शाह आलम को गिरफ्तार किया गया है।
उसके खिलाफ लालकुर्ती थाने में बिजनौर के नूरपुर कस्बा स्थित इस्लामनगर निवासी अर्जुन सिंह ने एक सप्ताह पहले 80 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। अर्जुन सिंह ने बताया कि वह एमसीए की पढ़ाई पूरी कर चुके हैं। एक साल पहले उन्होंने सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी पाने के लिए ऑनलाइन काउंसलिंग ली थी। शाह आलम ने अर्जुन सिंह बनकर छह माह तक गुरुग्राम में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी की और फिर चार बैंकों से फर्जी तरीके से 80 लाख रुपये का लोन ले लिया। बैंक का नोटिस पहुंचने के बाद अर्जुन सिंह ने साइबर सेल में शिकायत कर लालकुर्ती थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। इसके बाद साइबर सेल और लालकुर्ती पुलिस ने बेगमपुल के पास से आरोपी शाह आलम को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी शाह आलम के मुताबिक उसने अर्जुन के दस्तावेज ऑनलाइन ले लिए थे। दस्तावेज में शाह आलम ने अपना फोटो लगाकर गुरुग्राम की एक कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी की। यहां छह महीने काम किया। यहां एक बैंक ने पांच लाख रुपये की लिमिट का क्रेडिट कार्ड दे दिया। उसके बाद शाह आलम ने कोटक, यश बैंक, आईसीआईसीआई और एचडीएफसी बैंक से 80 लाख का लोन ले लिया। पैसा लेने के बाद नौकरी छोड़ दी। लोन का पैसा जमा नहीं करने पर बैंक का नोटिस अर्जुन सिंह के पास पहुंचा, तब जाकर भंडाफोड़ हुआ।
पूछताछ मे आरोपी शाह आलम ने बताया कि मैं naukri.com वैबसाईट पर जाकर लोगो की प्रोफाईल चैक करता था, फिर उन्हे कॉल कर नौकरी का झांसा देकर उनके दस्तावेज़ मंगवा लेता था तथा उन दस्तावेजों को संपादित कर स्वयः की फोटो लगाकर उनके नाम पर जॉब करने लगता और फिर लोन के लिए उन्ही दस्तावेजों से आवेदन करता था।
मैनें अर्जुन सिंह के पहचान पत्र स्वयः की फोटो लगाकर एड़िट किया और उन फर्जी पहचान पत्रो के आधार पर गुरुग्राम स्थित एक सॉफ़्टवेयर कम्पनी मे अर्जुन सिंह के नाम से जॉब शुरू कर दी । वेतन खाते में मैनें आईसीआईसीआई बैंक से 20 लाख का लोन लिया था । फिर मैनें कोटेक और एक्सिस दोनो बैकों में लोन के लिए अप्लाई किया और दोनो बैंकों ने लोन दे दिया । बैंक से इन सभी लोन के लिए मैनें अर्जुन सिंह के दस्तावेजों मे संपादित करके अपना फोटो लगा दिया था । उसी से लोन पास हो गया । मुझे लोन में 20 लाख आईसीआईसीआई से और 15 लाख एक्सिस बैंक से स्वीकृत हुए थे और वेतन खाते मे लोन का पैसा आ गया था । उसके बाद सारा पैसा खाते से निकाल लिया, फिर एचडीएफसी बैंक मे ऑनलाइन ऋण के लिए अप्लाई किया और वह लोन भी स्वीकृत हो गया और खाते मे आ गया, जिसे मैने निकाल लिया । इस तरह से मैंने अर्जुन सिंह के नाम से फर्जी तरीके से लगभग 90 लाख रूपये का लोन लिया । उस पैसे में से मैंने 200 वर्ग गज की प्रॉपर्टी शाहबेरी नोएड़ा में खरीदी जिसमे 40 लाख कैश व 15 लाख खाते से भेजे तथा नोएड़ा में ही कम्पयूटर सॉफ्टवेयर की पढाई की एक एकेड़मी खोल ली । मैं नौकरी के लिए लोगो से उनके कागजात लेता था उन्हे ऐडिट करके अपना फोटो लगाकर लोन के लिए अप्लाई करता और लोन स्वीकृत हो जाता । इसके अलावा मैनें और भी लोगो के दस्तावेज तैयार कर रखे थे, जिनके आधार पर मैं नौकरी के लिए इन्टरव्यू दे रहा था, ताकि आगे भी इसी तरह फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बैंको से लोन ले सकू ।
गिरफ्तार करने वाली टीमः-
- उ0नि0 अशोक कुमार थाना लालकुर्ती मेरठ ।
- उ0नि0 योगेन्द्र कुमार प्रभारी सर्विलांस सेल मेरठ ।
- है0 का0 नरेन्द्र सर्विलांस सैल मेरठ ।
- है0 का0 ब्रहमजीत सर्विलांस सैल मेरठ ।
- है0 का0 शहनवाज सर्विलांस सैल मेरठ ।
- का0 सन्तरपाल सर्विलांस सैल मेरठ ।
- का0 आकाश सर्विलांस सेल मेरठ ।
- का0 दीपक सर्विलांस सेल मेरठ ।
- का0 अमित कुमार सर्विलांस सेल मेरठ ।
- का0 राहुल सर्विलांस सेल मेरठ ।
- का0 मनवीर सर्विलांस सेल मेरठ ।
- का0 सोनू सर्विलांस सेल मेरठ ।