
गाज़ियाबाद: सरकार चाहे कितनी भी घोषणा कर ले की सड़कों की मरम्मत का निर्माण कार्य प्रदेश स्तर पर व्यापक रूप से चल रहा है और नए दिशा निर्देश के अनुसार प्रदेश की सभी सड़कें 15 नवंबर तक गड्ढा मुक्त हो जाएंगी। हकीकत इसके विपरीत है और प्रशासन के इस दावे की जमकर धज्जियाँ उड़ाई जा रही है। जिसका उदहारण सिद्धार्थ विहार का इलाका है जहां पिछले कुछ घंटो की बारिश के बाद सड़कें तालाब बन चुकी हैँ।


आवास विकास परिषद के अधीन इस इलाके के अनियोजित योजना का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की आवास विकास द्वारा बड़े स्तर पर इस योजना के अंतर्गत बड़े पैमाने पर बड़े बिल्डर्स को भूखंड तो बेचे गए पर रहने वालोँ के लिए सुविधाएं देने के मामले मे फिस्सड़ी रहा। कहने को यह इलाका पोश इलाके मे शुमार किया जाता है परन्तु हकीकत यह है की यहां ना ही कोई परिवहन सुविधा उपलब्ध है, ना ही कोई बैंक, पोस्ट ऑफिस, पेट्रोल पंप, सरकारी अस्पताल, पार्क, या मार्किट है जहाँ लोग अपनी आवश्यकता की सुविधाएं ले सकें।


सड़क के नाम पर ऎसी स्थिति है की बिना बारिश सड़कों पर दिन भर धूल मिट्टी उड़ती है और बारिश मे यही सड़कें तालाब बन जाती हैँ। जिसके चलते आये दिन वाहन चालक चोटिल होते हैँ और वाहन ख़राब होते हैँ। लोगों के आक्रोश के बाद कुछ दिनों पूर्व सड़कों पर गड्ढे भरने के लिए मिट्टी और मटेरियल भरा गया था परन्तु कुछ घंटे की बारिश ने यहां की पोल दोबारा खोल दी है।