बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग का उत्सव, “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” थीम पर मनाया गया आयोजन

✍️ लोकल पोस्ट संवाददाता | गाजियाबाद | 21 जून 2025
बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र में आज 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 पूरे उत्साह और जोश के साथ मनाया गया। इस वर्ष की थीम “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” को साकार करते हुए, कार्यक्रम ने न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और आत्मिक कल्याण की ओर भी जागरूकता बढ़ाने का कार्य किया।
अखिल भारतीय ध्यान योग संस्थान से पधारीं रेखा गुलाटी और उनकी टीम ने योग शिविर का संचालन करते हुए उपस्थित उद्यमियों और उद्योग प्रतिनिधियों को विभिन्न योग आसनों, प्राणायाम और ध्यान के माध्यम से शरीर, मन और आत्मा के संतुलन की साधना कराई।
रेखा गुलाटी ने अपने संबोधन में बताया कि, “योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर करता है, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति को भी जाग्रत करता है। यह हमारे प्राचीन वैदिक ज्ञान की अमूल्य धरोहर है, जिसे आज विश्वभर में अपनाया जा रहा है।” उन्होंने कहा कि योग के अभ्यास से शरीर के सात चक्रों को संतुलन मिलता है, जिससे ऊर्जा का प्रवाह सुचारू होता है और व्यक्ति पूर्ण स्वास्थ्य की ओर अग्रसर होता है।
कार्यक्रम में उपस्थित बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र के प्रतिष्ठित उद्यमियों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। प्रमुख रूप से अध्यक्ष सुशील अरोड़ा, महासचिव संजीव सचदेव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेन्द्र अरोड़ा, वित्त सचिव अनिल तनेजा, संयुक्त सचिव सौरव मित्तल, सहित अशोक अरोड़ा, नरेश शर्मा, अशोक गुलाटी, रोहित चुग, के.जी. अग्रवाल, नीरज गुप्ता, अश्वनी तनेजा, दीपक वर्मा, भरत गुलाटी, हर्ष गुलाटी, प्रमोद मक्कड़, सुरेन्द्र पाल मक्कड़ जैसे वरिष्ठ जनों की उपस्थिति ने आयोजन को गरिमा प्रदान की।
कार्यक्रम में योग अभ्यास के साथ-साथ लोगों को दैनिक जीवन में योग को अपनाने और इसे जीवनशैली का हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित किया गया। औद्योगिक क्षेत्र जैसे कार्यदबाव वाले वातावरण में योग की महत्ता को रेखांकित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि योग न केवल तनाव को कम करता है, बल्कि कार्यक्षमता, एकाग्रता और निर्णय क्षमता को भी बेहतर बनाता है।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर यह आयोजन इस बात का प्रमाण है कि औद्योगिक क्षेत्र जैसे कर्मक्षेत्र में भी योग अब एक जीवनशैली बनता जा रहा है। यह पहल न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि सामूहिक रूप से एक स्वस्थ, संतुलित और उत्पादक समाज के निर्माण में सहायक है।


