गाजियाबाद में ‘कैच द रेन’ अभियान को मिली नई गति, जल संरक्षण के लिए उठाए जाएंगे ठोस कदम

✍️ लोकल पोस्ट संवाददाता | गाजियाबाद | 9 जून 2025
गाजियाबाद में जल संरक्षण और भूजल स्तर को बढ़ाने की दिशा में जल शक्ति अभियान ‘कैच द रेन’ के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक दुर्गावती सभागार, विकास भवन, गाजियाबाद में हुई, जिसकी अध्यक्षता अमित राज, निदेशक, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय तथा केन्द्रीय नोडल अधिकारी ने की।
समीक्षा बैठक में शामिल हुए वरिष्ठ अधिकारी
बैठक में जिलाधिकारी दीपक मीणा, तकनीकी अधिकारी अमित कुमार (सी.डब्ल्यू.सी, दिल्ली), जिला विकास अधिकारी प्रज्ञा श्रीवास्तव, अधिशासी अभियंता हरिओम (लघु सिंचाई विभाग), अधीक्षण अभियंता भारत भूषण (जल निगम), जिला पंचायत राज अधिकारी प्रदीप कुमार द्विवेदी, नोडल अधिकारी सृष्टि जायसवाल सहित कई अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक का संचालन हिमांशु गौतम, सहायक अभियंता, लघु सिंचाई विभाग द्वारा किया गया।
थीम: “जल संचय, जन भागीदारी और जन जागरूकता”
हिमांशु गौतम ने बताया कि वर्ष 2025 का जल शक्ति अभियान “जल संचय, जन भागीदारी और जन जागरूकता” थीम पर केंद्रित है। इसके अंतर्गत:
- जलाशयों की सफाई
- जल निकायों का जियो टैगिंग और मानचित्रण
- वृक्षारोपण अभियान
- रूफटॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना
जैसे कार्यों को गाजियाबाद में व्यापक स्तर पर किया जाएगा।
जल संकट की चेतावनी और समाधान की रूपरेखा
अमित राज ने गिरते भूजल स्तर और घटती वर्षा पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अब समय आ गया है जब हमें भूजल आधारित स्रोतों की निर्भरता कम करनी होगी और री-यूज जल का अधिक से अधिक उपयोग करना होगा। उन्होंने हिंडन नदी के किनारे वृक्षारोपण, जल निकायों के विकास और जन सहयोग के माध्यम से जल संरक्षण को प्राथमिकता देने की बात कही।
जिलाधिकारी ने साझा की कार्ययोजना
डीएम दीपक मीणा ने बताया कि:
- CSR फंड के माध्यम से तालाबों का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है।
- वर्तमान में संचालित एस.टी.पी. (STP) प्लांट के अलावा नए STP प्लांट भी स्थापित किए जाएंगे।
- सभी उद्योगों को भूजल के प्रयोग में कमी लाने और STP के शुद्ध जल के उपयोग के लिए निर्देशित किया गया है।
- हर कंपनी को रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना अनिवार्य किया गया है।
- हिंडन नदी के पुनर्जीवन के लिए कार्य प्रारंभ हो चुका है, और जुलाई 2025 में बड़े स्तर पर वृक्षारोपण एवं जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
जल संरक्षण की ओर ठोस कदम
यह बैठक गाजियाबाद में जल संरक्षण प्रयासों को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है। अधिकारियों ने यह स्पष्ट किया कि इस बार केवल योजनाओं तक सीमित नहीं रहा जाएगा, बल्कि जमीनी स्तर पर व्यापक क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा।