
मेरठ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास पर इंडियन रोड कॉन्फ्रेंस के 81वें अधिवेशन की तैयारियों की समीक्षा के दौरान अफसरों को 15 नवंबर तक उत्तर प्रदेश की सभी सड़कों को गड्ढों से मुक्त करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने यह निर्देश प्रदेश की सड़कों में गड्ढों की समस्या को लेकर आ रही शिकायतों के मद्देनजर किया है। मुख्यमंत्री का कहना है की बात चाहे गाँव की हो या शहरों की अच्छी सड़क का होना सभी व्यक्तियों का अधिकार है। कोई भी प्रदेश तब ही प्रगति कर सकता है जब वहां पर बेहतर कनेक्टिविटी मौजूद हो। राज्य सरकार द्वारा पिछले 5 सालों में इस दिशा में लगातार प्रयास किया जा रहा है। लेकिन सड़कों की मरम्मत भी उचित समय पर होनी चाहिए। अभी बरसात का मौसम समाप्ति पर है आइए में इस वक़्त सड़कों की मरम्मत और गड्ढामुक्ति का कार्य किया जा सकता है। सीएम ने सड़क निर्माण से जुड़े सभी विभागों जैसे पीडब्ल्यूडी, नगर विकास, सिंचाई, आवास एवं शहरी नियोजन, ग्राम्य विकास, ग्रामीण अभियंत्रण, गन्ना विकास विभाग, औद्योगिक विकास विभाग को इस कार्य की विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा की समय समय पर सड़क निर्माण की गुणवत्ता की पर जांच कराने के साथ ही इसके निर्माण में लापरवाही या फिर तय मानक से कम सड़कों सम्बंधित मामलों में जिम्मेदार अधिकारी की जवाबदेही को तय किया जाए। उन्होंने निजी निवेश को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सड़क निर्माण में प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी मोड) पर सड़क निर्माण की योजना बनाने के भी निर्देश जारी किये । उन्होंने बताया कि प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों और कृषि मंडी क्षेत्रों में अच्छी सड़कों का होना अत्यंत आवश्यक है।
गड्ढों से भरी मेरठ शहर की सड़कें लोगों के लिए खतरा
आज भी टूटी सड़कें मेरठ शहर की वास्तविक स्थिति को दर्शाती हैं। बरसात के मौसम में शहर के विभिन्न हिस्सों में सड़कों और आंतरिक सड़कों पर और बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिससे यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है।
कई इलाकों में गड्ढों की मरम्मत का पैचवर्क भी मानसून आने से पहले नहीं किया गया था। अब कई सड़कों पर हालात बद से बदतर हो गए हैं, जिससे हादसों को खुला न्यौता मिल गया है। टूटी सड़कें न केवल राहगीरों के लिए खतरा बन रही हैं बल्कि वाहनों को भी नुकसान पहुंचा रही हैं।
सोफिया गर्ल्स स्कूल के एक अभिभावक हेमा थापरिअल ने कहा: “स्कूल के सामने की सड़क बुरी तरह टूट गई है। इसके अलावा, जलभराव ने यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी। ”



शहर की एक व्यवसायी मोनिका अग्रवाल ने कहा: “अगर सड़कों पर कालीन बिछाया जाता या अच्छी तरह से निर्माण किया जाता, तो ये थोड़े समय के भीतर नहीं टूटतीं। सीएम योगी के निर्देश के बाद अब सरकार इस मामले को गंभीरता से लें। टूटी सड़कों की तुरंत मरम्मत की जानी चाहिए।”