मेरठ के माछरा ब्लॉक का बड़ागांव बना यूपी का पहला सैनिटरी नैपकिन मुक्त गांव
- माइल्ड केयर्स द्वारा यूपी का पहला गांव सेनेटरी नैपकिन मुक्त,महिलाओं ने अपनाया गाइनोकप मेंस्ट्रुएशन कप
मेरठ: विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के अवसर पर माछरा ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीणा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी अखिलेश मोहन, जिला विकास अधिकारी नूपुर गोयल के नेतृत्व में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माछरा के चिकित्सा अधीक्षक डॉ तरुण राजपूत,सीईओ एसआईआईसी आईआईटी कानपुर डॉ निखिल अग्रवाल, माइल्ड केयर्स के संस्थापक एवं सीईओ संदीप व्यास, अमीनाबाद उर्फ बड़ा गांव की प्रधान तमन्ना, डॉ शिखा धवन, डॉ स्वप्न सुमन, रचना व्यास,श्रेया मलिक ने संयुक्त रूप से किया।
इस दौरान माछरा ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. तरूण राजपूत ने माछरा ब्लॉक के गांव अमीनाबाद उर्फ बड़ा गांव को सेनेटरी नैपकिन मुक्त गांव घोषित किया। माइल्ड केयर्स के संस्थापक संदीप व्यास को सैनिटरी नैपकिन मुक्त गांव बनाने के लिए प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। गांव की महिलाओं ने सैनिटरी नैपकिन को छोड़कर गाइनोकप मेंस्ट्रुएशन कप अपनाया है।
संदीप व्यास ने बताया कि हम पिछले 15 महीने से अमीनाबाद उर्फ बड़ा गांव की प्रधान के साथ मिलकर महिलाओं को मुफ्त में गाइनो कप बांटकर इसके इस्तेमाल के बारे में जागरूक कर रहे थे। जिसे महिलाओं ने अपनाया और अब वे पीरियड्स से होने वाली कई बीमारियों से सुरक्षित हैं। एक गाइनो कप मेंस्ट्रुअल कप का उपयोग 5 वर्षों तक किया जाता है, जिससे सैनिटरी नैपकिंस पर होने वाला खर्च भी कम हो जाता है और यह पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित है।
यह कार्य माइल्ड केयर्स द्वारा स्विच टू कप पहल के तहत किया गया। जिसका नेतृत्व माइल्ड केयर्स की सह-संस्थापक रचना व्यास ने किया। इस दौरान राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत आशा कार्यकर्ताओं और अभियान से जुड़ी महिलाओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत आशा कार्यकर्ताओं और अभियान से जुड़ी महिलाओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।