मेडिकल कॉलेज मेरठ में सॉफ्टवेयर की मदद से युवक के दोनों कूल्हों का सफल प्रत्यारोपण
मेरठ: लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज मेरठ प्रधानाचार्य डॉ आर सी गुप्ता के नेत्रत्व में प्रतिदिन नई उपलब्धिया हासिल कर रहा है। इसी क्रम में मेडिकल कॉलेज मेरठ में मोबाइल सॉफ्टवेयर की मदद से ३० वर्षीय युवक के खराब हो चुके दोनों कूल्हों का सफल प्रत्यारोपण किया गया। यह जटिल सर्जरी अस्थि रोग विभाग के डॉ कृतेश मिश्रा एवं उनकी टीम द्वारा किया गया।
मरीज़ पिछले कई वर्षों से एंकाइलोज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस (AS) नामक गंभीर बीमारी से ग्रसित था, जो की एक ऑटोइम्यून बीमारी होती है, जिसमे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली जोड़ों पर हमला करना शुरू कर देती है। यह मुख्य रूप से रीढ़ की हड्डी एवं कूल्हे की हड्डी को प्रभावित करता है जिसके फल स्वरुप इन जोड़ों की गतिशीलता कम हो जाती है। इस बीमारी के कारण उपरोक्त मरीज़ के दोनों कूल्हे ख़राब हो चुके थे, जिसके कारण मरीज़ चलने फिरने में असमर्थ था तथा बिस्तर पर आ गया था।
मरीज़ ने अस्थि रोग विभाग में डॉ कृतेश मिश्रा को अपनी इस गंभीर बीमारी के बारे में बताया साथ ही साथ उपचार कराने की बात की, जिसके बाद मरीज़ को भर्ती कराया गया एवं सभी बेहद ज़रूरी जांचे कराइ गयीं और दोनों कूल्हों के प्रत्यारोपण का फैसला लिया गया। डॉ मिश्रा का कहना है कि (AS) के मरीज़ों में कूल्हा प्रत्यारोपण एक जटिल सर्जरी है जिसे काफी सटीकता एवं कुशलता से किया जाना चाहिए। बेहतर सटीकता प्रदान करने वाली रोबोटिक सर्जरी महंगी होती है जिसके विकल्प के रूप में मोबाइल सॉफ्टवेयर की सहायता से की जाने वाली हिप रिप्लेसमेंट है। इस विधि के इस्तेमाल से गलती की गुंजाईश कम होती है एवं इम्प्लांट को सटीकता से डालने में मदद मिलती है।
इस सर्जरी के परिणाम रोबोटिक सर्जरी के समान ही होते हैं । ऑपरेशन के बाद युवक पूर्णतः स्वस्थ्य है एवं एक सामान्य व्यक्ति की तरह चलने-फिरने में समर्थ है। आर्थोपेडिक्स विभागाध्यक्ष डॉ टोंक ने बताया कि मरीज़ का ऑपरेशन आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत पूर्णतः निःशुल्क किया गया है। प्रिंसिपल डॉ आर सी गुप्ता ने डॉ मिश्रा एवं उनकी टीम को बधाई दी। ऑपरेशन टीम में अस्थि रोग विभाग के रेसिडेंट डॉ संजीव और डॉ किरण एवं एनेस्थेसिया विभाग से डॉ योगेश माणिक एवं डॉ प्रमोद एवं अन्य स्टाफ शामिल रहा।