सीसीएसयू में श्रीराम अंतरिक्ष वेधशाला उत्सव का शुभारंभ
मेरठ: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (सीसीएसयू) के ललित कला विभाग में शुक्रवार को “श्रीराम अंतरिक्ष वेधशाला उत्सव” का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने दीप प्रज्वलित कर और श्री राम जी के चरणों में पुष्प अर्पित कर कला प्रदर्शनी एवं अन्य कार्यक्रमों का शुभारंभ किया।
सर छोटूराम इंजीनियरिंग एंड टैक्नोलाॅजी स्थित अटल आॅडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में कुलपति प्रो0 संगीता शुक्ला ने कहा कि भगवान राम के दोस्त उनके भाई लक्ष्मण और उनके भक्त हनुमान जी थे। भगवान राम दोनों को ही बहुत महत्व देते थे। बच्चों को भगवान राम से सीखना चाहिए कि कैसे सच्चे दोस्त बनाएं और हमेशा उनके साथ रहे। भगवान राम ने हमेशा अपने गुरु वशिष्ठ की आज्ञा का पालन किया। इसलिए हमें भी अपने गुरु का सम्मान करना चाहिए। जब कोई गलत राह पर जाता है तो गुरु भी उसे सही मार्ग दिखाता है। खुद को हमेशा शांत रखना चाहिए। भविष्य में किसी भी प्रकार की स्थिति हो हमें शांत रहना चाहिए और अपने गुस्से पर नियंत्रण रखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर में प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूरा देश राममय हो गया है।
इस दौरान मदन मोहन मालवीय विद्यालय के छात्र भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, सीता मां और भगवान हनुमान जी वेशभूषा में सबका मनमोह रहे थे। विद्यालय की छात्र व छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश कर खूब तालियां बटोरी। इस दौरान पौधा रोपण भी किया गया।
इस अवसर पर कुलसचिव धीरेंद्र कुमार, चीफ प्राॅक्टर प्रो0 बीरपाल सिंह, साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद की समन्वयक प्रो0 नीलू जैन, प्रो0 अनिल मलिक, प्रो0 अनुज कुमार, इंजीनियर मनीष मिश्रा, प्रेस प्रवक्ता मितेंद्र कुमार गुप्ता, विद्यालय की प्रधानाचार्य समीक्षा भाटी, व समस्त शिक्षिकाएं मौजूद रही।
कार्यक्रम का महत्व
“श्रीराम अंतरिक्ष वेधशाला उत्सव” का आयोजन भगवान राम के जीवन और शिक्षाओं को लोगों तक पहुंचाने के लिए किया गया है। इस उत्सव के माध्यम से लोगों को भगवान राम के आदर्शों को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
कार्यक्रम की मुख्य बातें
- कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने दीप प्रज्वलित कर और श्री राम जी के चरणों में पुष्प अर्पित कर किया।
- मदन मोहन मालवीय विद्यालय के छात्रों ने भगवान राम, लक्ष्मण, सीता मां और भगवान हनुमान जी की वेशभूषा में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
- इस अवसर पर पौधा रोपण भी किया गया।
आगामी कार्यक्रम
- उत्सव के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
- इन कार्यक्रमों में कला प्रदर्शनी, व्याख्यान, संगोष्ठी, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि शामिल हैं।