कृषि विज्ञान केन्द्र हस्तिनापुर में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ किसान दिवस
मेरठ: कृषि विज्ञान केन्द्र हस्तिनापुर में मासिक किसान दिवस बैठक, जनपद स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी एवं इन सीटू योजनान्तर्गत फसल अवशेष प्रबन्धन की जनपद स्तरीय जागरूकता गोष्ठी का आयोजन जिलाधिकारी दीपक मीणा की अध्यक्षता में किया गया। किसान दिवस में जिलाधिकारी ने किसानों की समस्याओ से अवगत होते हुये कहा कि किसानो की समस्याओ का निस्तारण प्राथमिकता पर लेते हुये किया जायेगा। इस अवसर पर संबंधित अधिकारियों को नियमानुसार कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये। गोष्ठी का उद्घाटन जिलाधिकारी द्वारा फीता काटकर एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। गोष्ठी में कृषि विभाग, उद्यान विभाग, गन्ना विभाग, शील बायोटेक परियोजना निदेशक नमामी गंगे, निजि कृषि निवेश-खाद/बीज विक्रेता एवं ट्रैक्टर निर्माताओं द्वारा लगाई गयी स्टॉलों का भी अवलोकन जिलाधिकारी द्वारा किया गया।
के०वी०के० हस्तिनापुर के वैज्ञानिक डा० आशीष त्यागी द्वारा गन्ने की फसल में कीट/रोग प्रबन्धन नियंत्रण व जैविक कीटनाशी के विषय में जानकारी उपलब्ध कराई गयी। डा० सकेश कुमार पशु चिकित्सा अधिकारी हस्तिनापुर द्वारा पशुओं में लंपी वायरस से बचाव व रोग प्रतिरोधक क्षमता वृद्धि हेतु हल्दी 20 ग्राम, काली मिर्च 20 ग्राम व देसी घी का मिश्रण देने का सुझाव दिया गया। वर्ष में चार बार कीडे मारने की दवा का सुझाव कृषकों को दिया गया।
प्रदीप कुमार ए०आर० कोआपरेटिव सहकारिता मेरठ द्वारा गेहूँ के बीज व उर्वरकों की जनपद की सहकारी समितियों पर उपलब्धता के विषय में अवगत कराया गया। श्री सोवीर सिंह ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक द्वारा महिलाओं के समूह बनाकर नवीन प्रजातियों के नर्सरी सिंगल बैड मैथड से तैयार करने की योजना से अवगत कराया गया तथा कीट रोग प्रबन्धन की जानकारी दी गयी।
चमन सिंह, उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी मेरठ द्वारा प्राकृतिक खेती के विषय में विस्तृत जानकारी कृषको को दी गयी। जीवामृत का प्रयोग भूमि शोधन के लिये एवं बीजामृत का प्रयोग बीज शोधन करने के लिये कृषको को जानकारी उपलब्ध कराई गयी। फसल अवशेषों का प्रयोग कृषक अपनी भूमि में मल्चिंग हेतु जानकारी दी गयी। किसान दिवस आयोजन में उप कृषि निदेशक मेरठ द्वारा अवगत कराया गया कि गत बैठक में कृषकों द्वारा 15 शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिनका निस्तारण के लिए सम्बन्धित विभागों से प्राप्त कर निस्तारण करा दिया गया।
जिला उद्यान अधिकारी मेरठ द्वारा उद्यान विभाग द्वारा संचालित पर ड्राप मोर काप ड्रिप सिचाई प्रणाली, पोली हाउस आदि योजनाओ व उनमें देय अनुदान के विषय में जानकारी उपलब्ध कराई गयी । गोष्ठी में कृषकों द्वारा हस्तिनापुर के खादर क्षेत्र में बन्दरों द्वारा फसलों के नुकसान, बरसात का पानी भरने से फसलों की बुवाई न हो पाने के विषय में अवगत कराया गया। भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी द्वारा दीपावली के बाद पुनः किसान दिवस मेरठ में कराने की मांग की गयी।