विश्व में जैन सन्यास ग्रहण करना सर्वाधिक कठिन है – राजऋषि राजेंद्र मुनि
आठ दिगंबर बाल ब्रह्मचारी दीक्षार्थियों का तिलक महोत्सव जैन स्थानक मंडी में संपन्न हुआ
बड़ौत: जैन स्थानक मंडी में आगामी 25 अक्टूबर को नगर में आयोजित शिक्षा महोत्सव के दौरान दीक्षित होने जा रहे आठ बाल ब्रह्मचारी दीक्षार्थियों का तिलक महोत्सव एवं दीक्षार्थी अभिनंदन का कार्यक्रम राजऋषि राजेंद्र मुनि महाराज, नरेंद्र मुनि महाराज, जयंत मुनि महाराज के सानिध्य में हर्षोल्लास पूर्वक संपन्न हुआ। इस अवसर पर आयोजित हजारों श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए राजऋषि राजेंद्र मुनि महाराज ने कहा कि संपूर्ण विश्व में जैन साधु का जीवन स्वीकार करना सर्वाधिक दुर्लभ एवं कठिन है। जैन साधु अपने स्वयं पर नियंत्रण करके संपूर्ण विश्व के कल्याण की कामना से दीक्षा अंगीकार करता है तथा संपूर्ण जीवन सत्य अहिंसा अपरिग्रह आदि महाव्रतों का पालन करके अपने जीवन का कल्याण करता है ।
नरेंद्र मुनि एवं जयंत मुनि महाराज ने भी सभा के दौरान दीक्षार्थियों आशीर्वाद देते हुए उनके आगामी संयमी जीवन के लिए मंगल कामनाएं दी।
दीक्षा लेने वालों के अभिनंदन महोत्सव एवं तिलक समारोह का संचालन करते हुए इतिहासकार डॉ अमित राय जैन ने आज के आयोजन को बड़ौत नगर के इतिहास में जैन समाज के एकता एवं समन्वय की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए एक ऐतिहासिक घटना करार दिया।
आज के आयोजन में बड़ौत नगर के दिगंबर जैन समाज, स्थानकवासी जैन समाज, अग्रवाल समाज इत्यादि सभी वैश्य बिरादरी के समाज एक मंच पर इकट्ठा हुए और उन्होंने 25 अक्टूबर को नगर में दीक्षा लेने वाले दीक्षार्थियों का अभिनंदन एवं तिलक किया।
इस अवसर पर उपस्थित सैकड़ो महिलाओं ने भजन एवं गीत इत्यादि गाते हुए दीक्षार्थियों का अभिनंदन किया ।अभिनंदन एवं तिलक के पश्चात वहां पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने दीक्षार्थियों पर केसर की वर्षा करके मांगलिक चिह्न उनके कपड़ों पर अंकित किए।
दीक्षार्थियों की ओर से दीक्षार्थी तन्मय जैन ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए सभी दीक्षार्थी बांधों का परिचय दिया एवं संसार के प्रति उनके मन में आए वैराग्य के कारणों का वर्णन किया।
श्री श्वेतांबर स्थानकवासी जैन समाज नगर बड़ौत के तत्वाधान में दीक्षार्थी बांधों की शोभायात्रा का भी भव्य आयोजन करते हुए नगर के विभिन्न भागों से शोभायात्रा का प्रारंभ ऋषभदेव सभागार से करके जैन स्थानक मंडी तक किया ! जैन स्थानक मंडी में पहुंचकर शोभायात्रा धर्मसभा एवं अभिनंदन समारोह के रूप में परिवर्तित हो गई।
कार्यक्रम में शिखर चंद जैन, वीरेंद्र जैन, प्रवीण जैन, धनेंद्र जैन, घसीटू मल जैन, संजय जैन, सुदेश जैन, मूलचंद जैन, अनुराग जैन, डॉक्टर अमित राय जैन, श्रेयांश कुमार जैन, मोनिका जैन, इंद्राणी जैन, पूनम जैन, इंदु जैन, प्रमोद जैन, अशोक जैन, सुदेश जैन एडवोकेट विनोद जैन सहित हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया।